इत्र से महक रही रमजान की सुबह-शाम।
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
शाही जामा मस्जिद तकिया कवलदह के इमाम हाफिज आफताब आलम ने बताया कि पैग़ंबरे इस्लाम हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को चार चीजें बेहद महबूब थीं। जिसे वह कभी तर्क नहीं करतें थे। एक सूरमा लगाना, दूसरा इत्र लगाना, तीसरा अमामा शरीफ पहनना, चौथा मिस्वाक करना। रमजान में रोजेदार इन प्यारी सुन्नतों का खास ख्याल रखते है। इन प्यारी सुन्नतों से रोजदारों को रूह को सुकून व इबादत में ताजगी मिलती है। इनका इस्तेमाल करने वालों के लिए अल्लाह के फरिश्ते दुआ करते हैं। हदीस में आया है कि पैग़ंबरे इस्लाम मुश्क सरे अकदस के मुकद्दस बालों और दाढ़ी मुबारक में लगाते थे। हदीस में यह भी आया है कि पैगंबरे इस्लाम खुशबू का तोहफा रद्द नहीं फरमाते थे। पैगंबरे इस्लाम ने फरमाया तीन चीजें कभी नहीं लौटानी चाहिए तकिया, खुशबूदार तेल और दूध।
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