रज़वी परचम से होगा उर्स ए रज़वी का आगाज़। सुब्हानी मियां करेंगे परचम कुशाई की रस्म अदा।
उर्स का आधिकारिक पोस्टर किया गया जारी।
बरेली, उत्तर प्रदेश।
आला हज़रत फ़ाज़िले बरेलवी का 107 वा विश्व विख्यात तीन रोज़ा उर्स-ए-रज़वी का आगाज़ बरेली में परचम कुशाई की रस्म के साथ होगा। *पारंपरिक उर्स-ए-रज़वी बरेली के इस्लामिया मैदान में मनाया जाता है। जिसमें देश विदेश से लाखों जायरीन शिरकत करने बरेली पहुंचते है। उर्स का आगाज़ परचम कुशाई की रस्म से होता है। इस्मालिया मैदान के रज़ा गेट पर 18 अगस्त को शाम 5 बजे दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान(सुब्हानी मियां) सज्जादानशीन बदरूशरिया मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी(अहसन मियां) के साथ देश विदेश से आए उलेमा की मौजूदगी में रज़वी परचम लहराकर आगाज़ करेंगे। इसी के साथ तीन रोज़ा उर्स का विधिवत ऐलान होगा। दरगाह आला हज़रत से लेकर इस्लामिया मैदान तक जितने भी कार्यक्रम होंगे सभी दरगाह प्रमुख हज़रत सुब्हानी मियां की सरपरस्ती सज्जादानशीन बदरूशरिया मुफ्ती अहसन मियां की सदारत और सय्यद आसिफ मियां की देखरेख में सम्पन्न होंगे।*
दरगाह से जुड़े नासिर कुरैशी ने जानकारी देते हुए बताया कि आज दरगाह मुख्यालय पर उर्स का आधिकारिक पोस्टर दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान(सुब्हानी मियां) सज्जादानशीन बदरूशरिया मुफ्ती अहसन मियां ने उलेमा की मौजूदगी जारी कर दिया। पोस्टर जारी होने के बाद इसको देश विदेश में भेजने का सिलसिला शुरू हो गया। डाक के अलावा सोशल मीडिया के माध्यम से भी दुनियाभर में अकीदतमंदों को भेजा जा रहा है। उर्स के पहले दिन उर्स स्थल इस्लामिया मैदान में अंतराष्ट्रीय नातिया मुशायरा होगा। मुशायरा का मिसरा होगा *पीते हैं तिरे दर का खाते हैं तिरे दर का।* दूसरा मिसरा *हम तो खुद्दार है खुद्दारी है शेवाह अपना।* जिसमें देश विदेश के शोहरा अपने कलाम पेश करेंगे। अंतिम दिन 20 अगस्त को आला हज़रत के कुल शरीफ के साथ उर्स का समापन होगा। दरगाह के वरिष्ठ मुफ्ती सलीम नूरी बरेलवी ने बताया कि इसके अलावा उर्स के दौरान मुफ्ती-ए-आज़म हिंद,हुज्जातुल इस्लाम, मुफ़स्सिर-ए-आज़म और रेहान-ए-मिल्लत के कुल शरीफ की रस्म भी अदा की जाएगी। साथ ही उर्स का पोस्टर दो भाषाओं उर्दू और इंग्लिश में छपवाया गया है। पोस्टर में दरगाह प्रमुख हज़रत सुब्हानी मियां का पैगाम भी जारी किया गया है।
*सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां ने टीटीएस के वालंटियर्स पूरे शहर में जायरीन की ख़िदमात अंज़ाम देंगे। जायरीन की सहूलियत के लिए अभी सभी टीटीएस रजाकारों से जुटने को कहा गया है।*
इस मौके पर मुफ्ती आकिल रज़वी,मुफ्ती अय्यूब नूरी,मुफ्ती मोइनुद्दीन बरकाती,मुफ्ती सय्यद कफील हाशमी के अलावा औरंगज़ेब नूरी,हाजी जावेद खान,अजमल नूरी,शाहिद नूरी,परवेज़ नूरी,शान रज़ा,ताहिर अल्वी,मंज़ूर रज़ा,मुजाहिद रज़ा,नाजिम रज़ा,नफीस खान,इशरत नूरी,आलेनबी,काशिफ रज़ा,सय्यद माजिद,डॉक्टर अब्दुल माजिद,सुहैल रज़ा,ज़ुहैब रज़ा,गौहर खान,हाजी शरिक नूरी,तारिक सईद,इरशाद रज़ा,युनुस गद्दी,नईम रज़ा,साजिद नूरी,सबलू अल्वी,जीशान कुरैशी,सय्यद एजाज़,आरिफ रज़ा,फैज कुरैशी,अमान रज़ा,अरबाज रज़ा,मुस्तकीम रज़ा,साकिब रज़ा,आदिल रज़ा,अश्मीर रज़ा,अजमल रज़ा,समी खान,हसीन खान आदि लोग मौजूद रहे।