संकल्पित मन से भूजल संरक्षण का ले संकल्प - ज्योति बाबा
हफ़ीज अहमद खान
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश।
भूजल एक अति महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है यह प्रकृति की ओर से दिया गया एक नि:शुल्क उपहार है धरातल का दो तिहाई भाग पानी से घिरा है लेकिन इसका 2 से 3% ही इस्तेमाल के लायक है भूजल संरक्षण अति आवश्यक है जल के बिना किसी भी मनुष्य जीव जंतु पशु पक्षी पेड़ पौधे आदि का अस्तित्व संभव नहीं है आज मनुष्य लापरवाही से जल प्रदूषित करने के साथ भूजल का अत्याधिक दोहन कर रहा है उपरोक्त बात नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के तहत सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में देव ज्योति के सहयोग से भूजल पखवाड़े के अंतर्गत आयोजित वेबीनार शीर्षक क्या अत्याधिक भूजल का दोहन प्राकृतिक संतुलन बिगड़ेगा, पर अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख,नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के नेशनल ब्रांड अंबेसडर योग गुरु ज्योति बाबा ने कही , ज्योति बाबा ने आगे कहा कि मनुष्य भूजल की बहुत हानि कर रहा है जिसकी वजह से प्राकृतिक संतुलन बिगड़ रहा है इसीलिए हम सभी को अभी से ही पानी की बचत करनी चाहिए हमारे पृथ्वी पर जीवन जीने के लिए ऑक्सीजन, पानी और भोजन तीन सबसे जरूरी चीज है यदि इन चीजों में से कोई किसी भी चीज की कमी होती है तो इससे पूरा जीवन चक्र खराब हो जाएगा। वरिष्ठ आयकर अधिकारी शरद प्रकाश अग्रवाल ने दिया। अंत में सभी को भू जल बचाओ नशा हटाओ का संकल्प ज्योति बाबा ने कराया । अन्य प्रमुख सुशील बाजपेई,राजीव दीक्षित,पास्टर सत्येंद्र श्रीवास्तव, पंकज गुप्ता एडवोकेट,उपेंद्र मिश्रा,मिडास परिवार इत्यादि थे।