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Sun, 27 Jul 2025 03:46 AM
धार्मिक / Aug 28, 2024

उर्स ए रज़वी का तीन दिवसीय कार्यक्रम जारी।

परचम कुशाई से होगा उर्से रज़वी का आगाज़। रात में नातिया मुशायरा।

कुल शरीफ की रस्म से होगा समापन।

बरेली, उत्तर प्रदेश।

   आला हज़रत फ़ाज़िले बरेलवी का 106 वा उर्से रज़वी बरेली में 29,30 व 31 अगस्त को मनाया जाएगा। उर्स की सभी रस्में दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना अल्हाज़ सुब्हान रज़ा खान (सुब्हानी मियां) की सरपरस्ती व सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी(अहसन मियां) की सदारत और सय्यद आसिफ मिया व राशिद अली खान की निगरानी में दरगाह परिसर व इस्लामिया मैदान में अदा की जाएगी। उर्स का आगाज़ 29 अगस्त को परचम कुशाई की रस्म के साथ होगा। समापन 31 अगस्त को 2.38 मिनट पर आला हज़रत के कुल शरीफ के साथ होगा।


29 अगस्त(जुमेरात):- उर्स का आगाज़ इस्लामिया मैदान में परचम कुशाई की रस्म के साथ होगा। इससे पहले आजम नगर स्थित हाजी अल्लाह बख्श के निवास से परचमी जुलूस 4 बजे दरगाह के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां की क़यादत में कुमार टाकीज,इंदिरा मार्केट होते हुए बिहारीपुर के ढाल के रास्ते दरगाह पहुँचेगा। *यहाँ सलामी देने के बाद जुलूस दरगाह से दरगाह प्रमुख हज़रत सुब्हानी मियां की क़यादत में वापिस इस्लामिया मैदान पहुँचेगा। दुनियाभर के उलेमा की मौजूदगी में हज़रत सुब्हानी मियां यहाँ परचम कुशाई की रस्म अदा करेंगे। इसी के साथ उर्स का विधिवत ऐलान हो जाएगा।* बाद नमाज़ ए मग़रिब महफ़िल ए मिलाद होगी। रात में 10 बजकर 35 मिनट पर आला हज़रत के बड़े साहिबजादे हुज्जातुल इस्लाम के कुल शरीफ की रस्म अदा होगी। इसके बाद नातिया मुशायरा हज़रत अहसन मियां की सदारत में मुफ़्ती आकिल रज़वी,मुफ्ती सलीम नूरी,मुफ्ती सय्यद कफील हाशमी,मुफ्ती मोइनुद्दीन, मुफ़्ती अफ़रोज़ आलम,कारी अब्दुर्रहमान क़ादरी,मुफ़्ती अनवर अली,मौलाना डॉक्टर एज़ाज़ अंजुम की निगरानी में शुरू होगा। *मुफ्ती सलीम नूरी बरेलवी ने बताया कि मुशायरा में देश विदेश के नामचीन शोहरा(शायर) शिरकत करेंगे। मुशायरा का मिसरा तरही "दोनों आलम पाते है सदका इसी सरकार का। "* होगा। शोहरा इसी मिसरे पर अपने-अपने कलाम पेश करेंगे। मुशायरा देर रात तक जारी रहेगा। 

*30 अगस्त (जुमा)* बाद नमाज़ ए फ़ज़्र कुरानख्वानी। इसके बाद कांफ्रेस। सुबह 9.58 मिनट पर रेहाने मिल्लत व 10.30 बजे मुफ़स्सिर-ए आज़म के कुल शरीफ की रस्म अदा होगी। इसके बाद आपसी सौहार्द व नामूस ए रिसालत कान्फ्रेस होगी। दिन में कार्यक्रम व चादरपोशी का सिलसिला जारी रहेगा। रात में दुनियाभर के मशहूर उलेमा की तक़रीर होगी। देर रात 1 बजकर 40 मिनट पर मुफ्ती आज़म-ए-हिन्द के कुल शरीफ की रस्म अदा होगी। उर्स के आखिरी दिन 31 अगस्त शनिवार को बाद नमाज़ ए फ़ज़्र कुरानख्वानी। सुबह 8 बजे से नात ओ मनकबत व तक़रीर का सिलसिला शुरू होगा। जो 2 बजकर 38 मिनट तक जारी रहेगा। आला हज़रत के कुल शरीफ के साथ तीन रोज़ा उर्स का समापन होगा।

Jr. Seraj Ahmad Quraishi
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