गया में इंडिया गठबंधन समर्थित राजद प्रत्याशी कुमार सर्व जीत के पक्ष में जन सुनामी।
रिपोर्ट विनोद विरोधी
गया। गया संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं ने नारा दिया है कि ज़न-ज़न का प्यारा कुमार सर्वजीत को भारी मतों से जीताना है।अति प्राचीन अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विश्व पर्यटन मानचित्र पर अपना स्थान रखने वाला गया संसदीय क्षेत्र का चहुंमुखी विकास कराना है ।
इंडिया गठबंधन यानी राजद, कॉंग्रेस, सी पी आई, सी पी आई (एम), माले,वीआईपी के संयुक्त उम्मीदवार कुमार सर्व जीत के पक्ष में सभी गठबंधन के नेता, कार्यकर्ता घर-घर, ज़न-ज़न मे दिन, रात प्रचार प्रसार में लगे हुए हैं।बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू ने कहा कि राजद जिलाध्यक्ष मो. निजाम, कॉंग्रेस अध्यक्ष डॉ गगन कुमार मिश्रा, सीपीआई के जिला सचिव सीताराम शर्मा, सी पी आई (एम) के रामखेलावन दास, माले के निरंजन कुमार,वीआईपी के राजकुमार साहनी के नेतृत्व में सम्पूर्ण संसदीय क्षेत्र के 18 लाख मतदाताओं के बीच राजद प्रत्याशी कुमार सर्वजीत की जीत सुनिश्चित कराने हेतु अपने-अपने संगठन के साथियों के साथ काम कर रहे हैं।
नेताओं ने कहा कि इस बार के लोकसभा चुनाव में महँगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, घोटाला आदि के मुद्दा बनने से भाजपा गठबंधन के घबराए शीर्ष नेता तथ्यहीन अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं जिसे देश की महान जनता बखूबी समझ रही है।
देश के प्रधानमंत्री कभी मुख्य विपक्षी दल कॉंग्रेस को हिन्दू विरोधी तो कभी कॉंग्रेस सहित विपक्षी दलों के नेताओं के खान- पान की चर्चा कर आखिर देशवासियों को क्या संदेश देना चाहते हैं.आज देश की जनता महँगाई, बेरोजगारी से मुक्ति चाहती है, भ्रष्टाचार, घोटाले को जड़ मुल से समाप्त कराना चाहती है, ना कि वहीं पुराने घिसे-पिटे हिन्दू- मुस्लिम ध्रुवीकरण, राष्ट्रवाद, धर्मवाद के जुमले में तीसरी बार नहीं फंसने का दृढ़ निश्चय कर लिया है।
नेताओं ने कहा कि गया संसदीय क्षेत्र के विकास की हमेशा केंद्र की मोदी सरकार एवं राज्य की नीतीश सरकार अनदेखी करने का काम किया है गया के लोग वर्षो से गया को स्मार्ट शहरों की सूची में शामिल कराने, रामायण सर्किट से जोड़ने, एरू स्टील प्रॉसेसिंग प्लांट का निर्माण कार्य शुरू कराने, विष्णु पद कॉरिडोर निर्माण कराने, बेहतर स्टेडियम बनाने, आदि के लिए संघर्षरत रहे हैं, परंतु इन दोनों डबल इंजन की सरकार के कान पर जु तक नहीं रेंग रही है।
नेताओं ने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब- जब भाजपा से पलटी मार कर महा गठबंधन के साथ सरकार चलाए तब ही उन्हें बिहार को विशेष राज्य का दर्जा की याद आती है.सूबे के सबसे पुरानी प्रतिष्ठित पटना विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय बनाने की बातें करते हैं, जिसके लिए उन्होंने बिहारवासियों का नाखून और बाल तक दिल्ली के रामलीला मैदान में दिलाने का काम किया लेकिन आज वो फिर पलटी मार मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने तथा 400 सीट जितने की बातें कर रहे हैं, जो उनका दिव्य सपना ही रह जाएगा ।क्योंकि देश के मतदाताओं ने इस बार मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प ले लिया हैं।