मुकद्दस रमज़ान का पहला रोज़ा अल्लाह की इबादत में बीता।
सैय्यद फरहान अहमद
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
सहरी का मजा, इफ्तार की लज्जत, जिक्र, शुक्र, सब्र, नेमत, रहमत, कुरआन शरीफ़ की तिलावत, नमाज़ का वसूल, रोज़े की रूहानियत लेकर फिर आ गया माह-ए-रमज़ान। चारों तरफ रमज़ान की रौनक है। मंगलवार की सुबह लोगों ने मिलकर सहरी खाई। तहज्जुद की नमाज़ पढ़ने के बाद फ़ज्र की नमाज़ अदा की। कुरआन शरीफ़ की तिलावत की। तस्बीह व दुआ में अल्लाह की हम्दो सना बयान की। मस्जिदों में दरूदो सलाम पढ़ा गया। सुबह से ही लोग इबादत में मसरूफ हुए तो यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा। शहर की हर मस्जिद में नमाज़ियों का तांता लगा रहा।
घरों में महिलाओं ने नमाज़ पढ़ी व कुरआन शरीफ़ की तिलावत की। चूंकि रमज़ान के तीस दिनों को तीन हिस्सों में बांटा गया है यानी रहमत, मग़फिरत, जहन्नम से आजादी। पहला अशरा रहमत का चल रहा है, इसलिए सभी अल्लाह तआला की रहमत से मालामाल होना चाह रहे हैं। जोहर की नमाज़ के बाद लोगों ने बाज़ार की तरफ रुख़ किया। इफ्तारी के तमाम सामानों की खरीदारी की। इसके बाद घरों में महिलाओं ने इफ्तार के विभिन्न पकवानों को बनाना शुरू किया। असर की नमाज़ घरों व मस्जिदों में अदा की गई। इफ्तार तैयार होने के बाद मुसाफिरों व गरीबों के लिए मस्जिदों में भेजी गई। पास पड़ोस में भी इफ़्तार भेजी गई। शाम को सभी ने एक दस्तरख़्वान पर इफ्तार कर, दुआ मांगी। तरह-तरह के खजूर, चिप्स, चना, शरबत, पकोड़ियां व फल वगैरा ने दिन भर की भूख को गायब कर दिया। इफ्तार करने के बाद छोटे से लेकर बड़ों ने मग़रिब की नमाज़ अदा की। थोड़ा आराम किया फिर रात में इशा, तरावीह, वित्र एवं नफ्ल नमाज़ पढ़ी। यह नज़ारा पूरे माह इसी तरह बरकरार रहेगा। नखास, घंटाघर, रेती, शाह मारूफ वगैरा की फिज़ा देखते ही बन रही है। सेवई व खजूर, सहरी-इफ्तारी की दुकानें सज चुकी हैं। तरावीह की नमाज़ के बाद उन पर भीड़ उमड़ रही है। वहीं इस रमज़ान आम लोग नमाज़, रोज़ा, सदका, जकात, फित्रा, एतिकाफ, शबे कद्र सहित तमाम दीनी सवालों का जवाब उलमा किराम से मोबाइल फोन के जरिए भी हासिल कर सकते हैं। उलमा किराम दीनी सवालों का जवाब क़ुरआन-ए-पाक व हदीस-ए-पाक की रोशनी में देंगे। मुफ़्ती-ए-शहर अख्तर हुसैन मन्नानी : 9956971232, मुफ्ती मो. अज़हर शम्सी : 9598348521, मुफ्ती मेराज अहमद कादरी : 7388095737, मौलाना जहांगीर अहमद अजीजी : 8896678117, मौलाना मोहम्मद अहमद निजामी : 8563077292 के मोबाइल नंबरों पर दीनी मसाइल पता कर सकते हैं।