10 वर्षीय मासूम बच्ची ने रखा रमजान का पहला रोजा।
ब्यूरो चीफ़ शहाबुद्धीन अहमद
बेतिया, बिहार।
मुस्लिम समुदाय के एक 10 वर्षीय मासूम बच्ची ने रमजान का पहला रोजा रखने हेतु 4:20 में उठकर बड़ी खुशी के साथ सेहरी खाकर अकीदत के साथ नमाज व कलामपाक की तिलावत भी की।इस 10 वर्षीय मासूम बच्ची का नाम,रकीबा नायेलाअजीम,पिता, अजीमअहमद,माता,नताशा अजीम है,इस बच्ची के दादा का नाम,सैयद नसीम अहम,नाना का नाम सैयद सहाबुद्दीनअहमद,नानी का नाम,सुरैयाशाहब है।इस 10 वर्षीय मासूम बच्ची ने बड़ी सब्र,ईमान के साथ अल्लाह पर यकीन करके रोजे के सभी पाबंदियों को मद्देनजर रखते हुए बड़ी खुशी और मासूमियत को लेते हुए इसको अंजाम दिया, इसके साथ ही शाम 6 .05 बजे अजान सुनने के बाद दुआ पढ़कर इफ्तार की,इसके बाद मगरिब की नमाज अदा की। इस 10 वर्षीय मासूम बच्ची ने रमजान का पहला रोजा रखा और आगे भी रखने की ख्वाहिश जाहिर की,इससे पता चला कि इस मासूम बच्ची में रोजा रखने की ललक बाकी है,इस रोजे की महत्ता,मिलने वाली खुशी,पुण्य से भी अवगत है,मुस्लिम समाज में इस तरह से कई मासूम बच्चे और बच्चियां हर साल रोजा रखते हैं।