विद्यार्थी परिषद ने जलाया दीप।
भारत समाचार एजेंसी
संतकबीर नगर, उत्तर प्रदेश।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 77वें स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर, बैंक चौराहा स्थित भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर, साफ-सफाई एवं दीप प्रज्वलन का आयोजन भावपूर्ण रूप से संपन्न हुआ। इस आयोजन में 50 से अधिक शिक्षक कार्यकर्ताओं और छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा की स्वच्छता एवं दीप प्रज्वलन से हुआ, जिससे पूरे वातावरण में राष्ट्रभक्ति का प्रकाश फैल गया। सभी प्रतिभागियों ने दीप प्रज्वलन कर भारत माता की जय के नारों से वातावरण को गूंजायमान कर दिया। जिला प्रमुख डॉ. अभिषेक कुमार सिंह ने जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा—"शिक्षा केवल जानकारी नहीं है, यह चरित्र निर्माण, आत्मबल और आत्मनिर्भरता का माध्यम है।" उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद केवल एक छात्र संगठन नहीं, बल्कि राष्ट्रीय पुनर्निर्माण का एक सशक्त माध्यम है। इसने राष्ट्रवाद, चरित्र निर्माण और सामाजिक चेतना को सदैव प्राथमिकता दी है। युवाओं को चाहिए कि वे डॉ. अंबेडकर और स्वामी विवेकानंद के विचारों को अपनाएं और राष्ट्र के नव निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं।
तहसील प्रमुख संत मोहन त्रिपाठी ने अपने उद्बोधन में कहा—"जब तक जीना, तब तक सीखना, अनुभव ही जगत में सर्वोत्तम शिक्षक है।" उन्होंने कहा कि विद्यार्थी जीवन में सेवा, संघर्ष और संस्कार का समावेश ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की आत्मा है। आज की युवा पीढ़ी को स्वच्छता, अनुशासन और राष्ट्रहित को जीवन का मूल मंत्र बनाकर समाज के नेतृत्व में आगे आना चाहिए। पूर्व तहसील प्रमुख योगेंद्र सिंह ने कहा कि
"विद्यार्थी परिषद का प्रत्येक कार्यकर्ता राष्ट्र की अखंडता, सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक चेतना का वाहक होता है।" उन्होंने बताया कि संगठन की विचारधारा युवाओं को न केवल जागरूक करती है, बल्कि उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनाकर समाज के प्रति संवेदनशील भी बनाती है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से आग्रह किया कि वे संगठन के कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लें और भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए अपने योगदान को सुनिश्चित करें। इस अवसर पर विभाग संगठन मंत्री आकाश जी, संगठन मंत्री अंशु मिश्रा, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य रवि शंकर सिंह, पूर्व प्रांत सह मंत्री माधवेंद्र त्रिपाठी, विश्वजीत गोस्वामी, सूर्य प्रताप, शुभम, मनदीप, प्राची सिंह, अस्मिता सिंह, पूर्व तहसील प्रमुख योगेंद्र सिंह, एसएफएस प्रमुख मुकेश कुमार, दिव्यांशु त्रिपाठी, अभिनव मौर्य, अंकित यादव, मोहित यादव, विनीत राय, रितेश मिश्र, अविनाश, विकास यादव, देवनारायण, राज, कृष्ण कुमार पांडे, ऋषभ यादव, अभिनव नायक, निशान त्रिपाठी, कार्तिक गुप्ता, आदित्य गुप्ता, जय पांडे, मानस पांडे, विपिन यादव, बबलू मौर्य, रामानंद चौहान, नीरज, रवि, विक्रांत सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान और भारत माता की जयघोष के साथ हुआ, जिससे वातावरण देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत हो उठा। यह आयोजन न केवल स्थापना दिवस की स्मृति को चिरस्थायी बनाने वाला था, बल्कि युवाओं में सामाजिक दायित्व और सांस्कृतिक चेतना का संचार करने वाला भी सिद्ध हुआ।