अक़ीदत के साथ हजरत मिस्कीन शाह का सालाना तीन दिवसिय उर्स का आगाज़।
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
हजरत मिस्कीन शाह रहमतुल्लाह अलैह का 85वा सालाना उर्स हर साल की तरह इस साल भी बड़े अदबो एहतराम के साथ आज बाद नमाज ज़ूहर गुस्ल व सन्दल पोशी के साथ शुरू हूआ।
सभी कार्यक्रम कमेटी के अध्यक्ष फर्रूख जमाल व कमेटी के सेक्रेटरी फिरोज अहमद नेहली की सरपरस्ती में हुआ। बाद नमाज मगरिब, ईद मिलादुन्नबी का प्रोग्राम हुआ जिसमें तिलावते कलाम पाक मौलाना कारी नसीम अल्लाह साहब ने किया।
उर्स हजरत मीस्कीन शाह रहमतुल्ला की जिंदगी पर रोशनी डालते हुए मौलाना कारी जमील अहमद मिस्बाही मौलाना, अली अहमद शाद बस्तवी, मौलाना अफजल बरकाती सहित सभी लोगों ने कहा इस दरगाह से हमेशा अमन और मोहब्बत का पैगाम आम होता रहा है। सभी धर्म के लोगों का इस कार्यक्रम में मौजूदगी इस बात को साबित करती है कि अगर गंगा जमुनी तहजीब देखना हो तो इस बाबा के दर पर आकर देखो। नातख्वा सादिक रजा नेपाली ने बाबा कि शान में एक से बढ़कर एक नात पढ़कर सबका मन मोह लिया। इसके बाद मुल्क में अमन की दुआ मांगी गई। इसके बाद महफिले समा का प्रोग्राम हुआ। जिसमें इरफान साबरी, दरगाह कलियर शरीफ ,मोहम्मद जया अशर्फी किछौछिवी व मोहम्मद तारिक परवेज गोरखपुरी ने अपना-अपना कलाम पेश किया।
अली सफदर शाह ने बताया कि कल 19 नवंबर को बाद नमाज जोहर 2:30 बजे कमेटी के सेक्रेटरी फिरोज निहाली के दौलतकदे , मोहल्ला रहमतनगर से सरकारी चादर व गागर एक जुलूस के शक्ल में घासी कटरा, डॉक्टर अजीज रोड, जाफरा बाजार, बेनीगंज होता हुआ दरगाह पर चादर पेश किया जाएगा। उर्स के मौके पर इमामबाड़ा मुतवल्लियान कमेटी के जिला अध्यक्ष सैयद इरशाद अहमद, महासचिव व मीडिया प्रभारी हाजी सोहराब खान, आदिल अमीन, अनवर कमाल समानी, इंजीनियर मिंतुल्लाह, वकील अहमद बड़े, अकील अहमद छोटे शकील शाही, वकार हुसैन शम्स आलम कादरी मोहम्मद अनीस एडवोकेट अरशद, कलीमकुरैशी तमाम लोग उपस्थित थे।