सड़क दुर्घटना में महिला और गर्भ शिशु की दर्दनाक मौत।
स्वजन के चिक पुकार से माहौल हुआ गमगीन
रिपोर्ट विनोद विरोधी
गया, बिहार।
जिले के शेरघाटी थाना क्षेत्र के जीटी रोड स्थित गोपालपुर सीमा क्षेत्र के एक लाइन होटल के समीप मगंलवार को बी ए पार्ट 2 की परीक्षा देने जा रही महिला की दर्दनाक मौत घटनास्थल पर हो गई। जबकि पति घायल है। पति का प्राथमिक इलाज अनुमंडल अस्पताल शेरघाटी में की जा रही है। मृतका की पहचान नेहा कुमारी पति नवनीत कुमार ग्राम गोपालपुर के रूप में की गई है। थानाध्यक्ष अजीत कुमार ने बताया कि घटनास्थल पर पहुंचकर आवश्यक कार्रवाई की गई है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल अस्पताल गया भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह अपने पति के साथ अपने गांव से कुछ ही दूरी पर स्थित परीक्षा केंद्र पर मोटरसाइकिल से परीक्षा केंद्र के लिए निकली थी। अचानक बाईक ई रिक्शा से चकमा खाकर कंटेनर के चपेट में आने से दुर्घटना हुई और उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई। कंटेनर भागने में सफल रहा। इधर प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार पति के साथ बाइक से गोपालपुर नहर के समीप वीएस राय महिला कॉलेज परीक्षा केंद्र पर वह परीक्षा देने जा रही थी। हृदय विदारक हुई घटना से गांव का माहौल जहां गमगीन हो गया वहीं परीक्षा देने जा रहे लोगों की जुबां से सिर्फ अफसोस के शब्द निकल रहे थे। महिला गर्भवती थी। दुर्घटना इतनी भयानक थी कि कंटेनर के चपेट में आने के बाद महिला का पेट फट गया और 7 माह के गर्भ में पल रहा बच्चा धरती पर आने से पहले ही दम तोड़ दिया। शिशु का स्वरूप जब पेट से बाहर सड़क पर देखा गया तो हर मानव दिल सिहर उठा। उक्त घटना में एक नहीं बल्कि मां और बच्चे दो की मौत हुई। परीक्षा दिलाने जा रहा पति सोच भी नहीं पा रहा था कि अब क्या करें। उसके मुंह से कोई आवाज नहीं निकल रहे थे। वह पूरी तरह निशब्द था। केवल प्रत्यक्ष दर्शियों की ओर देख अपने बच्चे और पत्नी की विलाप को अंदर ही अंदर महसूस कर रहा था। घटना के बाद गांव से स्वजन और ग्रामीणों के पहुंचने पर रूदन क्रंदन और चीख पुकार होने लगी। किसी ने जीटी रोड जाम करने की बात तो किसी ने मुआवजे को लेकर पुलिस के खिलाफ हल्ला बोलने की बात कहने लगे। परंतु मृतक महिला के पति ने कहा कि हमारा तो चला गया अब किसी को कष्ट नहीं देना चाहते। यह कहते हुए उसने ग्रामीणों द्वारा आक्रोशित होकर लगाए जा रहे जाम को मना कर दिया। जिसकी प्रशंसा प्रशासन से लेकर उपस्थित प्रत्यक्ष दर्शियों ने की। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस से उन्होंने निवेदन किया कागजी प्रक्रिया पूरी की जाए। मेरा संसार लुट गया। 2 साल के बच्चे का देखभाल करने वाली उसकी मां उसे छोड़कर विदा हो गई। अब मेरे पास खोने को कुछ नहीं रहा। हमने अपना पूरा संसार खो दिया। यह बोलते हुए रो पड़ता है। प्रत्यक्ष दर्शियों के मुताबिक ई रिक्शा के गलती के कारण बाईक सवार महिला की जान गई। कंटेनर पर सब्जी लदा था। शेरघाटी पुलिस मौके पर पहुंच कर स्थानीय लोगो को शांत करवाया और जाम को हटवाया। नवनीत को अब भी विश्वास नहीं था कि उसने अपनी पत्नी और जन्म लेने वाले बच्चों को खो दिया है। पूरी तरह बेसुध नवनीत कुछ भी बोलने से असमर्थ दिखे।