ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) मज़दूरों के शोषण के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाएगी।
मंडल ब्यूरो अमित कुमार त्रिवेदी
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश।
ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) मज़दूरों के शोषण के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाएगी।
एटक की प्रदेश समिति की बैठक में महामंत्री चंद्रशेखर ने रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि मज़दूर कर्मचारीयों की 24 नई यूनियनों ने एटक से संबद्धता ली है। जिससे सूबे में संगठन की स्थिति मज़बूत हो रही है।
बिजली विभाग को निजी क्षेत्र में जानें से रोकने के लिए कर्मचारियों के आंदोलन को समर्थन देते हुए कहा कि सरकार ने निजीकरण को बंद नहीं किया है और एन टी पी सी की जमीन पर निजी क्षेत्र की कंपनियों को बिजली उत्पादन शुरू करने के लिए प्रस्तावित किया गया है। इसके खिलाफ़ संघर्ष समिति द्वारा आहूत 16 मार्च से 72 घंटे का काम बंद हड़ताल को सफल बनाएं जाने के लिए जन जागरण अभियान चलाया जाएगा।
असंगठित क्षेत्र में 8.5 करोड़ मज़दूरों को ई श्रम पोर्टल पर पंजीकृत हो गए हैं लेकिन उन्हें कोई भी हितलाभ सरकार द्वारा नहीं दिया गया है।
श्रमिक नेता हेमंत नंदन ओझा ने कहा कि श्रमिकों की अनुचित सेवा समाप्ति या न्यूनतम वेतन भुगतान के सम्बंध में केंद्रीय श्रम आयुक्त कार्यालय में ऑन लाइन शिकायत दर्ज नहीं हो सकती है क्योंकि पोर्टल को जाम कर दिया गया है। जिससे कि सरकार को आद्योगिक विवादों के आंकड़ों को मनमुताबिक रखा जा सके।
बैठक में शामिल प्रतिनिधि असित कुमार सिंह ने बताया कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के सदस्यों को उनके जमा राशि को भुगतान किए जाने में विभाग अधिकारीगण अनगिनत परेशानियों को पैदा किया जा रहा है। इसके साथ ही भविष्य निधि पेंशनधारकों को भी विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
बैक कर्मचारी नेता एस के संगतानी ने बैंको की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि मज़दूर किसान को बैंक के साथ आज चोली दामन जैसा हो गया है। लेकिन बैंक में मेहनतकश वर्ग का पैसा सुरक्षित नहीं रह गया है।
प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर वी के सिंह ने कहा कि सरकार अपनी विश्वसनीयता खो चुकी है। इसके लिए मार्च में एटक मज़दूरों को जागरूक करने के लिए राज्यव्यापी स्तर पर जनजागरण अभियान शुरू किया जायेगा।
बैठक को बालेश्वर मिश्र, महेंद्र राय, राजेश कुमार जौहरी, प्रमोद कुमार राजपूत, चंद्रमोहन, रामप्रसाद कनौजिया आदि ने संबोधित किया।