नगर निगम के दावों की खुली पोल दर्जनों मोहल्लों में भरा पानी, सड़कें हुई लबालब।
अमित कुमार त्रिवेदी
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश।
मकान हुए लबालब खाली प्लाट बने तालाब सड़कें हुई लापता प्री मानसून की बरसात में पनकी के कई क्षेत्र में भरा पानी लोगों का जनजीवन हुआ बेहाल नगर निगम ने अपने ही दावों की पोल खोल दी।
कानपुर महानगर में लगातार दो दिन से हो रही बारिश से पनकी के कई क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं । आबादी बाहुल्य क्षेत्र में रहने वालों का जीवन का हाल बुरा हो चुका है ,खाली प्लाट व सड़कें प्री मानसून की बरसात से लबालब भरी हुई है । नगर निगम की तैयारी की पोल खोल कर रख दी है । वही स्वराज्य नगर निवासी महेंद्र सिंह (पत्रकार) ने बताया कि कानपुर निकाय क्षेत्रों में बरसात आने के पहले से नगर निगम का जहां नाला सफाई अभियान चल रहा है वही नालों की सिल्ट के उठाने का कार्य पूरा नहीं हो सका है। प्री मानसून बरसात के कारण भारी वर्षा हो जाने से पनकी क्षेत्र के आवासीय क्षेत्र के मकानों में व खाली प्लाटों पर पानी भर जाने के कारण तालाब जैसा नजारा साफ नजर आ रहा है । साथ ही सड़कों के दोनों तरफ नालिया न साफ हो पाने के कारण सड़कों पर भी पानी लबालब भरा हुआ है । जहां लोगों का निकलना खतरे से कम नहीं है । वही व्यापारी पुष्पेंद्र जायसवाल ने बताया कि पनकी क्षेत्र के जल निकासी सही न होने के कारण आवासी क्षेत्र में रहने वाले लोगों की मुसीबतें कम नहीं हो रही हैं । कि वह अपने मकानों को बनाकर रह रहे हैं परंतु अगल बगल खाली पड़े प्लाटों के कारण तालाबनुमा के बीच भरी कीचड़ युक्त पानी व बजबजाती नालियों मे कूड़ा कचरा से जीना दूभर हो रहा है । लोगों की मजबूरियां है, कि शिकायत होने के बावजूद भी नगर निगम आंखें मूंदे बैठा है खाली पड़े प्लाटों में जमा कूड़ा कचरा व जलभराव से महामारी का फैलना निश्चित होता है । परंतु नगर निगम के अधिकारियों द्वारा व प्रशासन की लापरवाही के कारण महामारी फैलने की पूर्व कोई ठोस कदम न उठाने से लोगों का जीवन भी कष्ट दाई हो जाता है और अपने घर के सदस्य को खो देने में भी कुछ न कर पाने में असहाय हो जाते हैं। ऐसा नजारा पनकी क्षेत्र में सी ब्लॉक, बी ब्लॉक, स्वराज नगर, सुंदरनगर,रतनपुर, गंगागंज शताब्दी नगर रोड इलाकों में देखने को मिला है जहां भारी वर्षा हो जाने के कारण लोगों का जीना मुश्किल हो गया और सड़कों पर निकलना भी मुश्किल बना हुआ है।
ऐसी ही नारकीय स्थिति के बारे में आवास विकास 3 के निवासी स्वयंसेवक राजीव ने बताया जो विगत कई वर्षों से नाले में जल प्रवाह न होने की वजह से मच्छर,लार्वायुक्त दूषित पानी से लबालब भरे रहने से क्षेत्र में महामारी होने की शंका जताते हुए लगातार नगर आयुक्त से शिकायत कर रहे हैं। फिर भी आज तक कोई खास कार्यवाही नहीं हुई। वही दूसरी तरफ समाजसेवी पूनम पाण्डेय ने बताया कि वे वार्ड 23 के सब्जीमंडी रोड के तीनों नालों के लगातार भरे रहने और पानी का निकास न होने की वजह से गन्दा पानी कनेक्टिंग नालियों के माध्यम से घरों में भर जाता है,साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि 2017 से लगातार इस बात की शिकायत कर शासन और प्रशासन तक लिखित रूप में भेजी हैं । लेकिन नगर आयुक्त महोदय द्वारा गम्भीरता से प्रकरण पर ध्यान न देने की वजह से आज भी नारकीय स्थिति झेलने को मजबूर हैं। नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग और इंजीनियरिंग विभाग मिलजुलकर पब्लिक को बेवकूफ बनाने का काम कर रहे हैं,जिसके पूरी जानकारी नगर आयुक्त महोदय को हैं। बिन मौसम की बारिश में गन्दापानी कुछ इस तरह घरों में भरा जिसमें कॉकरोच,कनखजूरे और अन्य पानी के रेंगने वाले कीड़े गन्दे पानी के साथ घर की नालियों से अंदर आ गया।
स्वास्थ्य विभाग को मालूम होने के बाद भी सीवरलाइन नालों में डालने वालों को नोटिस तक नहीं भेजा।