Tranding
Wed, 18 Jun 2025 03:09 AM

खेती और कारखानों से उत्पादित सामानों की कीमत में समानुपात कायम करें: राजबल्लभ

शोषित समाज दल ने दिया जिला मुख्यालय पर धरना 

रिपोर्ट: विनोद विरोधी 

गया।खेती और कारखानों से उत्पादित सामानों के मूल्य में समानुपात कायम करने समेत10 सूत्री जन समस्याओं के समाधान की मांगों को लेकर शोषित समाज दल ने आज जिला मुख्यालय स्थित गांधी मैदान के गेट नंबर पांच पर एक दिवसीय धरना कार्यक्रम का आयोजन किया। दल के जिला संयोजक अशोक कुमार की अध्यक्षता में आयोजित धरना कार्यक्रम में दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजबल्लभ सिंह ने कहा कि शोषित इंकलाब के नायक बिहार लेनिन अमर शहीद जगदेव प्रसाद ने 90 फ़ीसदी गरीबों,वंचितों के हक अधिकार के लिए जीवन पर्यंत लड़ते हुए अपनी कुर्बानी दी। इसके बावजूद केंद्र की मौजूदा सरकार पूंजीपतियों और कॉर्पोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने में लगी हैं। उन्होंने कहा कि सूबे बिहार के दलित पिछड़ा समुदाय के लोग आज भी शिक्षा,चिकित्सा, सिंचाई जैसे बुनियादी सुविधाओं से मरहूम हैं। सुशासन और विकास के नाम पर ढिंढोरा पीटा जा रहा हैं। नीतियों व सिद्धांतों को तक पर रखकर 90 फ़ीसदी गरीबों के इज्जत रोटी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है । वहीं एक जनप्रतिनिधि मंडल ने 10 सूत्री मांगों को लेकर जिला पदाधिकारी को एक ज्ञापन भी सौंपा। जिसमें रफीगंज से डालटेनगंज भाया शेरघाटी एवं गया से चतरा को रेलवे से जोड़ने,दसवीं तक शिक्षा अनिवार्य, वैज्ञानिक विचारधारा से ओतप्रोत, एकसमान, मानववादी व सारी शिक्षा निःशुल्क करने, 1967 के मूल्य तालिका के अनुसार खेती से उत्पादित वस्तु एवं कारखाने से निर्मित वस्तु के मूल्य में समानुपात कायम करने, खेती में उपयोग सामग्री को कर मुक्त करने,इंसानी बस्ती में बसाकर निरादर और दरिद्रता को समूल नाश करने, 20 हॉर्स पावर तक के उद्योग को निजी क्षेत्र में तथा 20 हॉर्स पावर से ऊपर के उद्योग को समाजीकरण कर बेरोजगारी को समाप्त करने, देश में सारी चुनाव वैलेट पेपर से कराने समेत अन्य मांगे शामिल है धरना को संबोधित करने वाले अन्य प्रमुख लोगों में दल के प्रांतीय मंत्री रामविलास प्रसाद ,संयुक्त मंत्री मुकेश कुमार अर्जक, परमेश्वर अर्जक, जगन्नाथ महतो, जगलाल महतो,वीरेंद्र प्रसाद अर्जक ,बृज बिहारी, ललन प्रसाद आदि शामिल रहे।

Karunakar Ram Tripathi
33

Leave a comment

logo

Follow Us:

Flickr Photos

© Copyright All rights reserved by Bebaak Sahafi 2025. SiteMap