भोजपुरी के विश्व प्रसिद्ध कलाकार स्वर्गीय भिखारी ठाकुर के जन्मदिवस पर कार्यक्रम हुआ आयोजित।
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया, बिहार
भोजपुरी के विश्व प्रसिद्ध कलाकार,स्वर्गीय भिखारी ठाकुर की137वीं जन्मदिवस विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर स्वर्गीय भिखारी ठाकुर की तैल चित्र पर पुष्पअर्पित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार सह संस्थापक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट, डॉअमानुल हक ने संयुक्त रूप से कहा कि आज ही के दिन आज से 137 वर्ष पूर्व 18 दिसंबर 1887 ई0 को बिहार के छपरा में स्वर्गीय भिखारी ठाकुर का जन्म हुआ था। उनका सारा जीवन समाज जागृति एवं कला संस्कृति के लिए समर्पित रहा। भिखारी ठाकुर ने बिहार,नेपाल एवं उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में समाज में व्याप्त विभिन्न सामाजिक कुरीतियों जैसे बाल विवाह,दहेज प्रथा, वेश्यावृति उन्मूलन,नारी उत्पीड़न जैसे अनेक सामाजिक कुरीतियों को अपने कला मंच के माध्यम से समाज के समक्ष प्रस्तुत कर समाज में जागृति लाने का प्रयास किया।1917 मे भोजपुरी के महान कलाकार भिखारी ठाकुर ने अपने कला मंच के माध्यम से समाज में जागृति लाने का प्रयास आरंभिक किया था। 1930 से 1970 के बीच बिहार,असम, उत्तर प्रदेश एवं नेपाल के क्षेत्रों में हजारों कार्यक्रम प्रस्तुत किए एवं कला एवं संस्कृति को जीवंत रूप दिया। इस अवसर पर वक्ताओं ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि भोजपुरी के महान विश्व प्रसिद्ध कलाकार,स्वर्गीय भिखारी ठाकुर के सम्मान में सरकार द्वारा राष्ट्रीय साहित्य नित्य स्मारक एवं विश्वविद्यालय का निर्माण कराया जाए ताकि समाज एवं राष्ट्र के निर्माण में कलाकारों के योगदान को नई पीढ़ी जान सके।