बेरोजगारी में लगी शादी को शिक्षक की नौकरी मिलने पर, शादी करने से किया इनकार।
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया,पश्चिमी चंपारण, बिहार।
एक युवक ने बेरोजगारी में लगी शादी को शिक्षक की नौकरी मिलने पर शादी करने से इनकार कर दिया,साथ ही एक कट्ठा जमीन की भी मांग कर डाली।लड़की वाले ने शादी से पहले ही ₹5 लाख नगद और ₹3 लाख का सामान दे दिया था। शिक्षक की नौकरी लगने पर युवक ने शादी करने से इनकार कर दिया, इसकी शादी 20 अप्रैल को होने वाली थी,इसके लिए सारी तैयारी कर ली गई थी,शादी की कार्ड भी परिजनों छपवा कर सगे संबंधियों ईस्ट मित्रों में बांट दिया गया था। घटना के संबंध में संवाददाता को पता चला है कि नरकटियागंज के देवरिया की एक बेटी से एक युवक की शादी तय हुई थी,जिसे लड़के वाले ने तोड़ दिया,वह भी महज एक कट्ठा जमीन के लिए,शादी से पहले एक कट्ठा जमीन की मांग की गई, नहीं देने पर लड़का और उसके परिजनों ने रिश्ता ही तोड़ दिया मामला शिकारपुर थाना क्षेत्र की है।लड़की के पिता शिकारपुरा थाने में पुलिस अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है जिसे लेकर शेख यूनुस ने दिए आवेदन में बताया कि वह अपनी बेटी की शादी बकरी के शेख नौशाद के पुत्र वसीम अख्तर से तय की थी 20 अप्रैल को बरात आने वाली थी,और मौके पर लड़के वाले बारात लेकर नहीं आए। लड़की पक्ष वाले ने बताया कि जब शादी तय हुई तो उसी समय लड़का वसीम बेरोजगार था,अब वह बीपीएससी पास करके शिक्षक बन गया, लड़का और उसके परिजनों ने नरकटियागंज में एक कट्ठा जमीन की मांग करने लगे,नहीं देने पर शादी से इनकार कर दिया,बारात नहीं लाया, जबकि लड़की पक्ष वाले 10 धुर जमीन देने के लिए तैयार हो गए थे।मामले में,युनुस ने शेख वसीमअख्तर, उसके पिता,नौशादआलम शादी कराने वाले अगुआ के मोहम्मद इकराम को नामजद अभियुक्त बनाया है।