ईद पर्व का नमाज अदा करने हेतु बड़ी ईदगाह की सफाई, रंग रोगन,पेंटिंग के साथ सजधज कर हुआ तैयार।
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया,पश्चिमी चंपारण, बिहार
स्थानीय नगर थाना में स्थित बड़ी ईदगाह,जहां हजारों की संख्या मेंअकीदतमंद मुस्लिम समुदाय के लोग महान पर्व ईद के मौके पर ईद की नमाज अदा करते हैं,इसके लिए प्रतिवर्ष इसकी कमेटी के सदस्यों के द्वारा पूरे ईदगाह केंपस की सफाई सुथराई,रंग रोगन,पेंटिंग करके सजधज कर तैयार किया जाता है, जिससे ईद पर्व के दिन पूरे मुस्लिम समुदाय के लोग आसानीपूर्वक ईद की नमाज अदा कर सके।स्थानीय ईदगाह कमेटी के अध्यक्ष,सचिव, कोषाध्यक्ष एवं सदस्य के संयुक्त प्रयास से इस बड़ी ईदगाह को हर स्तर पर संवारने सजाने का काम किया जाता है,ताकि ईद की नमाज पढ़ने के लिए ईद के दिन मुस्लिम समुदाय के लोगों को किसी प्रकार की कोई भी कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़े। बेतिया शहर का यह बड़ी ईदगाहअपना एक महत्त्व रखता है,जो सैकड़ो वर्ष से इसकी सुरक्षा हेतु इसके कमेटी के सदस्य लगे रहते हैं,जिससे यह बड़ी ईदगाह बड़ी सुरक्षित रहता है, प्रत्येक वर्ष इसमें लगे पेड़ों की डाक भी होती है, जिससेआमदनी होती है,मगर इसकी देखरेख में भी काफी पैसा खर्च होता है,जोअवाम के चंदे,मदद से इसकी देखभाल होती है।ईद के दिन ईद की नमाज अदा करने हेतु पूरे परिसर में खुतबा,कलाम पाक कीआयत,तिलावत को सुनने के लिए बड़े-बड़े माइक,साउंड बॉक्स, लाउडस्पीकर लगाए जाते हैं,जिससे नमाज पढ़ने वाले सभी मुस्लिम समुदाय के लोगों को आसानी से इमाम के जरिए पढ़ी जाने वाले कलाम- पाक कीआयात,तिलावत को आसानीपूर्वक साफ साफ सुना जा सके,इसकेअलावा पूरे ईदगाह परिसर में पीने का पानी का भी इंतजाम किया जाता है।
उस दिन जोआवामी चंदा वसूल किया जाता है,उससे ईदगाह परिसर की सफाई,रंग रोग, सजावट, माइक, लाउडस्पीकर पानी,इत्यादि का इंतजाम में हुए खर्च का सामंजस्य किया जाता है।पूरे वर्ष मेंआए हुएआय- व्यय का सभी लेखा-जोखा पेश किया जाता है,जिससेअवाम को आगाह किया जाता है।