नगर जमीयत उलेमा द्वारा मतदाता जागरूकता, स्वच्छता जागरूकता एवं नशा विरोधी अभियान चलाया जायेगा।
बैठक में खत्मे नुबुव्वत अशरा ,मद्हे सहाबा सप्ताह मनाने की तैयारियों पर विमर्श
हफ़ीज अहमद खान
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश।
जमीयत उलेमा शहर कानपुर के पदाधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक नगर जमीयत कार्यालय जमीयत बिल्डिंग रजबी रोड कानपुर में नगर अध्यक्ष डा. हलीमुल्लाह खां की अध्यक्षता में आयोजित हुई। जिसमें मतदाता जागरूकता के सम्बन्ध में अधिक से अधिक लोगों को मतदाता सूची में अपना नाम देखने , 18 वर्ष के युवाओं को अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज कराने के लिये बेदार करने की जिम्मेदारी जमीयत के पदाधिकारियों को सौंपी गई। तय किया गया कि जमीयत उलेमा की तरफ से एक विडियो तैयार कर लोगों को आनलाइन तरीके से मतदाता सूची में अपना नाम चेक करने का तरीका बताया जायेगा। बैठक में तय किया गया कि 20 से 30 दिसम्बर तक स्वच्छता अभियान और 7 जनवरी से 16 जनवरी 2024 तक शहर के विभिन्न क्षेत्रों में रैलियां निकाल कर कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। 10 दिवसीय खत्मे नुबुव्वत अशरा पर बात करते हुए मौलाना अमीनुल हक़ अब्दुल्लाह कासमी ने बताया कि दारूल उलूम देवबन्द के मोहतमिम हज़रत मुफ्ती अबुल क़ासिम नोमानी साहब ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी कि 1 दिसम्बर से 10 दिसम्बर तक देशव्यापी स्तर पर खत्मे नुबुव्वत अशरा आयोजित किया जाये। जरूरत है कि हम पहले अपने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में आस्था के इस पैग़ाम को आम करें। सभी ने इस राय का समर्थन किया जिस के बाद कई स्थानों के लिये कार्यक्रम तय किये गये। बैठक में नगर अध्यक्ष डा. हलीमुल्लाह खां, नगर महासचिव व प्रदेश उपाध्यक्ष मौलाना अमीनुल हक़ अब्दुल्लाह क़ासमी के साथ विशेष रूप से हाफिज़ मामूर अहमद जामई, प्रसिद्ध आलिमे दीन मुफ्ती अब्दुर्रशीद क़ासमी, नगर जमीयत के उपाध्यक्ष मौलाना मुहम्मद अनीस खां क़ासमी, मौलाना मुहम्मद अकरम जामई, मौलाना नूरूद्दीन अहमद क़ासमी, सचिव जुबैर अहमद फारूक़ी, मौलाना अंसार अहमद जामई, क़ारी अब्दुल मुईद चौधरी, मौलाना मुहम्मद इनामुल्लाह कासमी, मौलाना अनीसुर्रहमान क़ासमी, मौलाना आफताब आलम क़ासमी, मौलाना मुहम्मद कलीम जामई, मौलाना मुहम्मद फरीदुद्दीन क़ासमी, मुफ्ती सैयद मुहम्मद उस्मान क़ासमी, मौलाना अमीर हमज़ा क़ासमी, अली, मौलाना मुहम्मद ज़कवान हसनी, हाफिज़ मुहम्मद इलियास, मुहम्मद अक़ील, मौलाना मुहम्मद तारिक़ क़ासमी, सादिक़ अमीन, परवेजुल्लाह खां के अलावा अन्य लोग मौजूद थे।