इदारए इस्लामी हिंद बेतिया की ओर से शेरी,अदबी बैठक का हुआ आयोजन।
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया,पश्चिमी चंपारण, बिहार।
स्थानीय नगर थाना क्षेत्र के नाजनीन चौक,वार्ड नंबर14 के निवासी,आशिफ इकबाल उर्फ ताजिर के निजीआवास पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया,जिसकाशीर्षक था, एक शाम फलस्तीन और सर सैयदअहमद खान के नाम

इस प्रोग्राम की अध्यक्षता,नगर के प्रख्यात शायर,अब्दुल खैर निस्तर ने की,जबकि इसका संचालन,मोहम्मद कमरुज्जमा कमर,विद्वानशायर वअध्यक्ष इदारयेअदब इस्लामी हिंद बेतिया ने किया।इस कार्यक्रम का शुभारंभ,कुर्बानअहमद नदवी की तिलावते कुरानपाक से हुआ,हसन माविया नदवी, मोहम्मद अली,स्थानीयअमीर जमाते इस्लामी हिंद, बेतिया, इस मौके से डॉक्टर आरआजम, मुजिबुलहक,प्रोफेसर फारूक आजम,प्रोफेसर मोहसिन आलम,पत्रकार,सैयद शहाबुद्दीन अहमद,अबुल हसन, आसिफ इकबाल उर्फ ताजीर, अब्दुल्ला सल्फी, अमानुल्लाह, आफताबआलम,फरहान अहमद,मोहम्मदआदिल, मोहम्मद अशफाक, तस्नीमअहमद के अलावा शहर के गनमान्य व्यक्ति, प्रख्यात शायर में,आजाद अतहर,अख्तर हुसैनअख्तर, इफ्तिखार वसी,अब्दुल मजीद खान मजीद,डॉ जाकिर हुसैन जाकिर,डॉक्टर जफर इमाम, अब्दुल खैर नश्तर, मोहम्मद कमरुज्जमा कमर नेअपनी शायरी से उपस्थित लोगों का
मंत्रमुग्ध कर दिया।
प्रोग्राम के शुभारंभ में मौलाना हसन माविया नदवी ने बड़े ही अच्छे अंदाज में फलस्तीन से संबंधित बहुत सारी जानकारी की बातों से सभी को अवगत कराया,इसकेअलावा संस्था के सचिव,फहीम हैदर नदवी ने इस शीर्षक से संबंधित मुस्लिम मुल्कों,फलस्तीन के सभी मुजाहिदीन के बारे में पूरा इतिहास खंगाल कर रख दिया,साथ ही 57 मुस्लिम देशों के हुक्मरानों के कार्सितानी पर झकझोड़कर रख दिया,साथ ही हमाजऔर फलस्तीन के मुजाहिदो को दिल खोलकर हर स्तर से मदद करने की गुहार लगाई।
प्रोफेसर मोहसिनआलम ने भी
फलतीनियों की इतिहास को प्रारंभ से लेकर अंत तक के बारे में ऐतिहासिक पहलुओं पर नजरसानी करते हुए सभी बिंदुओं पर उल्लेख करते हुए उपस्थित लोगों कोअच्छी जानकारी दी।
डॉ एमआरिफ ने सर सैयद अहमद खान की जीवन वृतांत के हर पहलू से उपस्थित लोगों को अवगत कराते हुए,सर सैयद अहमद खान को आधुनिक शिक्षा के जन्मदाता बताया,उन्होंने सर सैयद अहमद खान की पूरी जिंदगी परआंकड़ा पेश करते हुए शिक्षा के क्षेत्र के लिए इसकी बनियाद की नीव डाली,इसके लिए उन्हें कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ा,तभी जाकर उनके द्वाराअलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की बुनियाद पड़ी,जो मुस्लिम युवक,यूवतियों के लिए शिक्षा के क्षेत्र में अनेकों प्रकार की तकनीकी डिग्रियां हासिल करने में सहयोग दे रही हैं, जिससेआजआधुनिक शिक्षा से छात्र-छात्राएं लाभान्वित हो रही है।उनके द्वारा स्थापित अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी आज पूरे विश्व मेंअपना एक मुकाम बनाए हुए हैं,यहां से शिक्षा प्राप्त कर लाखों युवक, यूवतियां देश और विदेश में अपना सिक्का जमाई हुई है, साथ ही आर्थिक दृष्टिकोण से भी मजबूती हासिल करके जीवन के हर क्षेत्र में सफल हो रहे हैं।