दीनी-दुनियावी तालीम के प्रति मुसलमानों को जागरूक किया जाए - निकहत
मुस्लिम महिलाओं व पुरूषों का जलसा
सैय्यद फरहान अहमद
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
तिवारीपुर स्थित मस्जिद खादिम हुसैन के बगल में मुस्लिम समुदाय की महिलाओं व पुरूषों ने समाज को बेहतर बनाने के लिए सुबह से रात तक जलसा किया। पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की तालीमात के मुताबिक जिंदगी गुजारने पर जोर दिया।
महिलाओं का जलसा 'बज्मे ख़्वातीने इस्लाम' नाम से हुआ। क़ुरआन-ए-पाक की तिलावत हुई। नात व मनकबत पेश की गई। मुख्य वक्ता जन्नतुन निसा, निकहत फातिमा व शबनम खातून ने कहा कि इबादत में लज़्ज़त तभी मिलेगा जब हमारे पास दीनी तालीम होगी। दीनी तालीम हमारी हर जगह रहनुमाई करती है और मुस्लिम समाज में सबसे बड़ी कमी दीनी व दुनियावी तालीम की है। दीनी व दुनियावी तालीम में हम बहुत पीछे हैं। लिहाजा दीनी व दुनियावी तालीम के प्रति मुसलमानों को जागरूक किया जाए। तालीम हासिल करने की कोई उम्र नहीं होती। लिहाजा सभी को झिझक छोड़ कर तालीम हासिल कर अल्लाह का नेक बंदा बनना चाहिए। लोगों को दीनी तालीम के साथ-साथ खाने, पीने, उठने, बैठने, सोने, बेहतर अख़लाक, साफ-सफाई, हलाल रिज़्क कमाने, अच्छा शहरी बनने व गुनाहों से बचने की भी तालीम भी हासिल करनी चाहिए। जलसे में ताबिंदा खानम व शुएबा अनीस की दस्तारबंदी हुई। अंत में सलातो सलाम पढ़कर मुल्क में अमनो अमान की दुआ मांगी गई। जलसे में इशरत जहां, हदीसुन निसा, कैसर जहां, अजीबुन निसा, सरवरी खातून, अफसरी खातून, अख्तरी खातून, मोहसिना फातिमा, गजाला फातिमा, फातिमा इजहार, शहाना खातून, कहकशां फातिमा सहित बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं।