लाठी फेक प्रतियोगिता में खिलाड़ियों ने दिखाया अपना हुनर, कमेटी ने किया पुरस्कृत।
कार्यक्रम का मकसद कौम के लोग एक हो और नेक हो - अशरफ अली
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
इमामचौक मुतवल्ली एक्शन कमेटी के तत्वाधान में हाजी कलीम फरजंद के नेतृत्व में इस्माइलपुर (तकिया) में लाठी फेक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें जनपद भर के अखाड़े के खिलाड़ियों ने भाग लेकर कर्बला के शहीदों की याद को ताजा कर दिया। कार्यक्रम की निजामत (संचालन) हाफिज हददिश और नात एजाज गोरखपुर ने पढ़ा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व पार्षद अशरफ अली ने कहा कि लाठी फेक प्रतियोगिता कराने का मकसद है कि कौम के लोग एक हो और नेक रहे ,इसमें कोई हार जीत नहीं होती है बल्कि खिलाड़ियों के हौसला अफजाई के लिए लाठी फेक प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है । सभी लोगों से मेरी अपील है कि मुहर्रम के त्यौहार में किसी प्रकार के नशे का प्रयोग ना करें । हम हुसैनी लोग हैं और अमन भाईचारे और मोहब्बत का संदेश देते है।
प्रतियोगिता के आयोजक हाजी कलीम फरजंद ने बताया कि पिछले 43 वर्षों से पूर्वज इस प्रतियोगिता का आयोजन करते चले आ रहे हैं जो आज भी बदस्तूर जारी है। इस्माइलपुर (तकिया) में मोहर्रम की 6 तारीख 2 जुलाई 2025 को रात प्रोग्राम हुआ जिसमें जनपद की विभिन्न अखाड़े के खिलाड़ी इसमें भाग लिया और सभी खिलाड़ियों को कुछ ना कुछ पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया । इसका मकसद है कि कर्बला की जंग को कौम के लोग हमेशा याद रखें। की हजरत इमाम हुसैन (र.अ) ने अपने 72 साथियों के साथ मिलकर यज़ीद की लाखों की फौज से जंग लड़ी और शहादत का जाम पिया लेकिन जालिम के आगे कभी झुके नहीं, कत्ले हुसैन अस्ल में मर गए यजीद है, इस्लाम जिंदा होता है हर कर्बला के बाद।
इमामचौक मुतवल्ली एक्शन कमेटी के अध्यक्ष अब्दुल्लाह ने कहा कि लाठी फेक प्रतियोगिता अपने आप में एक अद्भुत नजारा होता है जब एक खिलाड़ी निहत्था दर्जनों लोगों पर भारी पड़ता है और अपने हुनर की वजह से उन पर टूट पड़ता है और एक-एक कर सबको धूल चटाने का काम करता है।
सैकड़ो सालों से लाठी फेक प्रतियोगिता का आयोजन इस्माइलपुर (तकिया ) में आयोजित होता रहा है लाठी फेक ऐसा हुनर है जब पहले अत्याधुनिक हथियार नहीं थे तब लोग लाठी बल्लम ,फरसा और भाले से ही जंग किया करते थे, लेकिन आधुनिक युग में लोग अब इसे भूल गए हैं लेकिन मोहर्रम में यह हुनर देखने को मिलता है। जनपद के विभिन्न अखाड़ों से उस्तादों के साथ आए खिलाड़ियों ने अपने हुनर का प्रदर्शन किया।
इस्माइलपुर अखाड़ा के उस्ताद शब्बीर अहमद, असगर अखाड़ा बिछिया के उस्ताद इरशाद अशरफ अली, अकबर अखाड़ा पीपीगंज के उस्ताद इश्तियाक अहमद, इस्लामिया अखाड़ा पिपराइच के उस्ताद रमजान अली, अली अखाड़ा सेमरा नंबर 1 के उस्ताद फहीमुद्दीन, अंसार अखाड़ा गोरखनाथ के उस्ताद मोहम्मद फैसल ,हुसैनिया अखाड़ा बुलाकीपुर के उस्ताद मोहम्मद सलीम ,नकहा अखाड़ा के उस्ताद कलामू अखाड़ा के खिलाड़ियों ने इस्माइलपुर की सरजमीं पर अपना हुनर दिखाया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से विशिष्ट अतिथि के रूप में दरगाह मुबारक खान शहीद के अध्यक्ष इकरार अहमद ,आदर्श ऑटोमोबाइल के डायरेक्टर हाजी खुर्शीद खान, पार्षद साहब अंसारी, पार्षद बरकत अली, इमामबाड़ा स्टेट के सैयद शहाब, इमामचौक मुतवल्ली एक्शन कमेटी के अध्यक्ष अब्दुल्लाह, कोषाध्यक्ष शकील अहमद,शमशीर अहमद, सादिक,नवाज,आज़म, सईदुल्लाह ,मेंराज अंसारी इरफान आदि लोग शामिल रहे।