भारत में यौमे अरफा का रोज़ा आज, तकबीराते तशरीक़ का आगाज़ फज्र से।
मदरसा जामे उल उलू जामा मस्जिद पटकापुर के ज़ेरे एहतमाम विजय नगर और जाजमऊ में जलसे का आयोजन।
हफ़ीज अहमद खान
कानपुर नगर उत्तर प्रदेश।
मदरसा जामे उल उलूम जामा मस्जिद पटकापुर के ज़ेरे एहतमाम मुहीउद्दीन खुसरू ताज की सरपरस्ती में जारी 9 दिवसीय कार्यक्रम ‘‘फज़ायल व मसायल और तारीखे़ कुर्बानी’’ के तहत मस्जिद गनफैक्ट्री विजय नगर और ग्रीन हाउस जाजमऊ में जलसे आयोजित हुए। मस्जिद गन फैक्ट्री विजय नगर में सम्बोधित करते हुए मुफ्ती मुहम्मद आकिब़ शाहिद क़ासमी ने कहा कि हज़रत मुहम्मद स0अ0व0 ने यौमे अरफा के रोज़े के सिलसिले में उम्मीद ज़ाहिर की है कि इससे अल्लाह तआला एक साल पहले और एक साल बाद के गुनाहों का कफ्फारा बना देगा। जो लोग हरमैन के बाहर हैं वह 9 ज़िलहिज्जा अर्थात भरत में अपने स्थान और तारीख के लिहाज़ के अनुसार यहां के लोग 16 जून को रोज़ा रखेंगे। लेकिन याद रहे कि 10, 11, 12 जिलहिज्जा को रोज़ा हो ही नहीं सकता, इन तारीखों में रोज़़ा रखना हराम है, इन तीन दिनों में अल्लाह की तरफ से अपने बन्दों की मेहमान नवाज़ी होती है।
दूसरी जानिब मस्जिद ग्रीन हाउस के.डी.ए. जाजमऊ में सम्बोधित करते हुए मौलाना मुहम्मद नोमान क़ासमी ने अवाम को कुर्बानी के जानवरों से सम्बन्धित मसायल से वाक़िफ कराया। तकबीरात तशरीक़ 9 ज़िलहिज्जा की फज्र से 13 ज़िलहिज्जा की अस्र तक हर नमाज़ के बाद एक बार कहना वाजिब है। यह हुक्म इमाम और नमाज़ी सबके लिये है कि वह एक बार बुलन्द आवाज़ से यह तकबीर कहे। जलसे में बड़ी संख्या में अवाम मौजूद रहे।