निजी अस्पताल में प्रसव के दौरान जच्चा बच्चे की मौत, शव का सड़क किया प्रदर्शन
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया, बिहार
इन दिनों निजीअस्पतालों में संसाधन की कमी रहने के बावजूद भी लोग कम खर्च के लिएआनंन फानन में इलाज कराने,महिलाओं को प्रसव कराने के लिए पहुंच जाते हैं, जहां लुट खसोट का बाजार गर्म रहता है,और जान भी गंवानी पड़ती है,इसके साथ ही निजी अस्पतालों में मारपीट गाली गलौज,धक्का मुक्की, हुआ करता है,साथ ही अस्पताल प्रबंधन के लोग फरार हो जाते हैं,बाद में लेनदेन करके समस्या का समाधान कर लिया जाता है, पुलिस को सूचना भी नहीं दी जाती है,पुलिस को सूचना मिलने पर घटना के बाद पहुंचती है। इसी क्रम में संवाददाता को पता चला है कि लोरिया ब्लॉक चौक स्थित आराध्या निजीअस्पताल में, प्रसव कराने आई एक महिला का इलाज में लापरवाही बरतने में जच्चा बच्चा दोनों की मृत्यु हो गई,मृत्यु उपरांत निजीअस्पताल में जमकर हंगामा खड़ा हुआ,रोगीऔर उसके परिजनों ने मिलकर कहर बरपा कर दिया,मृतिका के शव को परिजन सड़क पर रखकर प्रदर्शन करने लगे, इसको देखते हुए निजी अस्पताल के संचालक, डॉक्टर,नर्स सभी फरार हो गए। मृतिका की पहचान सिरिसिया के विश्वास गांव निवासी,चूटन महतो की पत्नी,संता देवी के रूप में की गई है,वह मायके,तीगाछली गांव से आई हुई थी। मृतिका के देवर,गुड्डू कुमार ने संवाददाता को बताया कि डॉक्टर नेऑपरेशन के लिए ₹3500 मांगे थे,पैसे के इंतजाम के दौरान संता देवी कोऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया,जब वह लौटे तो देखा कि भाभी को एंबुलेंस में लाकर बेतिया ले जाने की तैयारी हो रही थी,इसी बीच डॉक्टर दवा लाने के बहाने भाग निकला। पुलिस घटना स्थल पर पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझ बुझा कर मामला को शांत कराया,तब जाकर सुचारू रूप से आवागमन बहाल हुआ।