शिक्षकों ने संकल्प सभा सह संघर्ष दिवस मनाया।
हाजीपुर (वैशाली) बिहार
बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ प्रदेश इकाई पटना के निर्देश के आलोक में वैशाली जिला इकाई द्वारा 19 वां शिक्षक संघर्ष सह संकल्प दिवस का आयोजन कुशवाहा आश्रम हाजीपुर परिसर में किया गया।बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला अध्यक्ष उत्कल कांत ने 24 दिसंबर 2005 के शिक्षामित्र से लेकर वर्तमान समय में शिक्षकों की नियुक्ति व स्थिति एवं उसमें संघ की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में विस्तार से बताया।संघ के जिला सचिव पंकज कुशवाहा ने कहा कि किसी भी विभाग में संघ या संगठन सरकार को बुनियादी समस्या एवं समाधान का रास्ता दिखाता है,जहां संगठन की आवाज मंद पर जाए तो समझ लेना चाहिए की प्रगति की गाड़ी अपने उद्देश्य से भटक गई है चाहे ढ़ोल जितना पिटा जाए।उन्होंने कहा कि शिक्षकों पर इंटरनेट से लेकर पदाधिकारियों तक की निगरानी कराई जा रही है,लगता है बिहार में शिक्षक बनना गुनाह है।किसी भी कारण से थोड़ी देरी हुई तो सजा तय है।सरकार के नियमावली के अनुरूप नियोजित शिक्षकों के 8 वर्षों पर स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति, 12 वर्षों पर कालबद्ध प्रोन्नति पर कुंडली मारकर बैठे पदाधिकारी पर सरकार की नजर भी है क्या या फिर शिक्षकों के साथ साजिश है।काम के दबाव तले दबे शिक्षक को राष्ट्रनिर्माता,सृजनकर्ता, प्रेरणास्रोत जैसे शब्द चुभने लगे हैं।शिक्षकों ने अपनी एकता और समस्या से उपजे असंतोष का संदेश सरकार को बखूबी दे दिया है।बैठक में उपस्थित सभी शिक्षकों ने शपथ लिया कि संविधानिक दायरे में रहते हुए अपनी बात सरकार तक पहुंचाई जाए इसके लिए धरना,प्रदर्शन,अनशन या आंदोलन किया जाए।बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष उत्पल कांत एवं संचालन जिला सचिव पंकज कुशवाहा ने किया।बैठक में कोषाध्यक्ष रविंद्र कुमार, जिला उपाध्यक्ष ललित दास,प्रखंड अध्यक्ष अशर्फी दास,योगेंद्र राय,वकील राय,राणा अभय कुमार,संयुक्त सचिव आनंद मोहन, प्रखंड सचिव अरुण कुमार,अमित कुमार,सत्येंद्र कुमार, संजीत कुमार,शाहनवाज अता,मोहम्मद अकबर अली,सुनील कुमार,संजीव कुमार,मुखिया अरुण कुमार,शेखर कुमार, संजय कुमार, विशिष्ट अतिथि के रूप में वैशाली सांसद प्रतिनिधि राम एक़बाल सिंह कुशवाहा, प्रदेश मध्यमिक शिक्षण संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र कुमार बनफूल,वैशाली जिला कुशवाहा संघ के अंकेक्षक कैलाश प्रसाद सिंह,जिला उर्दू टीचर एसोसिएशन वैशाली के अध्यक्ष अजीमउद्दीन अंसारी के अलावा काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।