पीयूसीएल की जिला इकाई बेतिया ने महिलाओं के उत्पीड़न, अमानवीय व्यवहार के विरोध में की बैठक।
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया, बिहार
पीयूसीएल की जिला इकाई बेतिया की एकआपात बैठक हुई,जिसमें देश में महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा,हत्या, दुष्कर्म एवं बांग्लादेशआदि देशों में अल्पसंख्यक हिंदुओं व अन्य के प्रति हो रहेअमानवीय कृत्य के खिलाफ प्रतिरोध बैठक एवं कैंडल मार्च का आयोजन किया गया।एमजेके काॅलेज में जिलाध्यक्ष प्रो. (डॉ.)आर.के.चौधरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में सदस्यों नेआये दिन महिलाओं के प्रति हो रही हिंसा की कड़ी निंदा की।स्कूली शिक्षा में नैतिक शिक्षा काअभाव पर चर्चा हुई। सदस्यों ने दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी एवं उन्हें कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग सरकार,न्यायपालिका से की है।दुनिया के देशों में अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ अत्याचार भी गंभीर चिंता का विषय है। प्रो.चौधरी ने कहा कि मानवाधिकारों की रक्षा सरकार का परम कर्तव्य है। देश में कानून का राज के साथ सामाजिक सोच में बदलाव की आवश्यक है।राज्य सचिव डॉ. जगमोहन कुमार ने कहा कि न्याय मिलने के साथ न्याय दिखना भी चाहिए। सरकार के पास सभी सुविधाएं,संसाधन उपलब्ध हैं,फिर भी कारवाई में विलंब चिंतनीय है।इसका
संचालन सचिव,रमेश कुमार एवं धन्यवाद ज्ञापन कोषाध्यक्ष राधाकांत देवनाथ ने किया। बैठक के बाद सभी सदस्य एमजेके काॅलेज से कैंडल मार्च निकलते हुए शहीद पार्क पहुंचे। मार्च में महिला सुरक्षा सुनिश्चित करो,दोषियों को गिरफ्तार करो,कड़ी से कड़ी सजा दो,सोच बदलो तो समाज बदलेगा, मानवाधिकार की रक्षा करो,जैसे गगनचुंबी नारों से सड़कें गुलजार रही। मौके पर संरक्षक सदस्य, विश्वनाथ झुनझुनवाला,राज्य परिषद सदस्य,मदन बनिक, आजीवन सदस्य,लालबाबू प्रसाद,रेमी पीटर हेनरी,मनोज कुमार,जगदेव प्रसाद,आलोक कुमार कश्यप,सदस्य,अरुण कुमार वर्णवाल,शिव कुमार सिंह,अजहर आलम,इमरान कुरैशी,देवांश राज,कृष्णमोहन कुमार,अनिल कुमार,बब्लू कुमार,राम कुमार, अभिनवआयुष्मान,मधुरेन्द्र चौबेआदि की सराहनीय रही।