सात साल की उम्र में अशहर ने कुरआन को किया कंठस्थ।
*कुरआन शरीफ मुकम्मल करने पर मुझे बेहद खुशी मिली: मुजीबुर्रहमान*
*बच्चे के कुरआन पढ लेने से मुझे कल्बी सुकून मिला : अशफाक हुसैन मेकरानी*
सेराज अहमद कुरैशी
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
नेशनल ह्यूमन राइट्स एण्ड जस्टिस मूवमेंट पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष अशफाक हुसैन मेकरानी के 7 वर्षीय पुत्र अशहर हुसैन ने छोटी सी उम्र में कुरआन शरीफ कंठस्थ कर लोगों का दिल जीत लिया है। कुरआन मुकम्मल करने पर अशहर हुसैन के ददिहाल और ननिहाल में बेपनाह खुशी है। हर तरफ से दुआएं मिल रही हैं। अशहर हुसैन दुनियाबी इल्म के साथ ही दीनी तालीमात भी हासिल कर रहे हैं। एचपी डिफेंस एकेडमी में शिक्षा ग्रहण कर रहे अशहर हुसैन ने अपने क्लास में 100% अंक प्राप्तकर स्कूल का नाम रोशन करने के साथ ही अपने माता-पिता को भी गौरवान्वित किया है।
इस मौके पर अशहर हुसैन के उस्ताद हाफिज मुजीबुर्रहमान ने कहा कि अशहर हुसैन को जब से पढ़ाना शुरू किया। तभी से वह अपनी पढ़ाई में पूरी तत्परता व लगन के साथ लगे रहे। जिसका नतीजा यह रहा कि वह कम उम्री में कुरआन शरीफ को मुकम्मल कर लिया। जिससे मुझे बेहद खुशी और संतुष्टि मिली है। उन्होंने कहा कि कुरआन शरीफ को पढ़ने वाले बच्चों का मन- मस्तिष्क (जेहन) मजबूत होना चाहिए। तब जाकर अशहर हुसैन जैसा बच्चा कामयाबी की मंजिल को प्राप्त करता है।
इस मौके पर अशहर हुसैन के मुकम्मल कुरआन पढ़ने पर उनके पिता अशफाक हुसैन मेकरानी ने बेटे को दुआ देते हुए कहा कि बच्चे के कुरआन पढ लेने से मुझे कल्बी सुकून मिला है।