बिहार के विकास की लड़ाई होगी तेज - कॉंग्रेस
रिपोर्ट विनोद विरोधी
गया, बिहार।
बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो. विजय कुमार मिट्ठू ने कहा कि कॉंग्रेस पार्टी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने, सूबे के सबसे प्राचीन प्रतिष्ठित पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने, अति प्राचीन अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विश्व पर्यटन मानचित्र पर अपना स्थान रखने वाला गया शहर को देश के स्मार्ट शहरों की सूची में शामिल कराने, रामायण सर्किट से जोड़ने, ऐरू स्टील प्रॉसेसिंग प्लांट का निर्माण कार्य शुरू कराने, बिहार राज्य के तर्ज़ पर सम्पूर्ण देश में जातीय जनगणना कराने सहित देश के युवा, महिला, किसान, मजदूर, एवं हिस्सेदारी न्याय के लिए 25 गारंटी को पूरा कराने आदि की मांगे और तेज करने हेतु चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 के ऐतिहासिक परिणाम ने मोदी सरकार को पूर्ण बहुमत से दूर रखते हुए, कॉंग्रेस सहित इंडिया गठबंधन की चमक को बढ़ाने तथा आज से सम्पूर्ण देश में चुनाव आचार संहिता समाप्त होने तथा बिहार जैसे राजनीतिक रूप से सबसे उर्वरा भूमि के हाथों में केंद्र सरकार की सत्ता की चाभी रहने से बिहारवासियों को काफी उम्मीद है।उन्होंने कहा कि बिहार से झारखंड राज्य के अलग होने के बाद यानी विगत 24 वर्षो से बिहार को विशेष राज्य तथा बिहार प्रदेश के सबसे प्राचीन प्रतिष्ठित पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने का संघर्ष चल रहा है उन्होंने कहा कि बिहार की राजधानी पटना के बाद सूबे के सबसे महत्त्वपूर्ण गया शहर को देश के स्मार्ट शहरों की सूची में शामिल नहीं करने, तथा इसे रामायण सर्किट से नहीं जोड़ने तथा वर्षो से शिलान्यास किया हुआ ऐरू स्टील प्रॉसेसिंग प्लांट का निर्माण कार्य शुरू नहीं कराने से गया जिला के लोगों में भयानक आक्रोश है।
उन्होंने कहा कि देश के मतदाता मालिकों ने इस लोकसभा चुनाव परिणाम में कॉंग्रेस सहित इंडिया गठबंधन को सशक्त बनाने का आशीर्वाद दिया है, जिसे इंडिया गठबंधन के नेताओं, कार्यकर्ताओं ने जनमानस के बेहतरी हेतु पांच न्याय तथा 25 गारंटी की लड़ाई को और तेज करने का निर्णय लिया है उन्होंने कहा कि आज देश के गरीब, मध्यमवर्गीय परिवार की महिला, युवा सभी इंडिया गठबंधन से प्रतिमाह 8500 रुपया की आशा लगाये हुए हैं, किसान अपनी एमएसपी की गारंटी तथा सभी पुराने कर्ज माफ़ी तथा मजदूर प्रतिदिन 400 रुपया मनरेगा मजदूरी की आशा लगाए बैठे हैं, जिनके आशा को पूरा कराने हेतु निरन्तर संघर्ष जारी रहेगा।