किसान की बेटी बोली की पिता को न्याय दिलवाने के लिए कमिश्नर कार्यालय के बाहर बैठूंगी।
हफ़ीज अहमद खान
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश।
आत्महत्या को 62 दिन बीतने पर आज दिवंगत किसान बाबू सिंह यादव की पत्नी बिटान, बेटी रूबी और काजल ने सपा नेता और न्याय संघर्ष समिति के संयोजक अभिमन्यु गुप्ता के साथ कानपुर के पुलिस कमिश्नर आरके स्वर्णकार से मुलाकात करते हुए उनको अनाथ बनाने वाले फरार इनामी प्रियरंजन अंशु,शिवम चौहान,बबलू और जीतेंद्र पर 83 की कार्यवाही की मांग के साथ मुख्य आरोपी भाजपा नेता प्रियरंजन आशु पर झूठा शपथ पत्र देने का मुकदमा भी दर्ज करने की मांग की।बड़ी बेटी रूबी ने,जो कई दिनों से पिता को न्याय दिलवाने के लिए नंगे पांव चलती है,पुलिस कमिश्नर से कहा की यदि आरोपियों पर 83 की कार्यवाही नहीं हुई तो वो कमिश्नर कार्यालय के बाहर ही बैठ जाएगी।रूबी ने कहा की विधायक के भाई पर तत्काल मुकदमा दर्ज हो जाता है पर झूठे शपथ पत्र का मुकदमा अभी तक प्रियरंजन आशु पर नहीं हो रहा क्योंकि वो भाजपा का नेता है शायद। छोटी बेटी काजल ने कहा की पिछले 10 दिनों में हमारी ये तीसरी मुलाकात आप से है पर अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ।बेटियों ने कहा की हमें लगता है की हम अपने कानूनी अधिकार की जगह भीख मांग रहे हैं।जो तेजी अन्य लोगों के मामलों में होती है ऐसी कोई कार्यवाही हमको न्याय दिलवाने के लिए नहीं दिखती।प्रियरंजन आशु सीधे पुलिस को चुनौती देने का काम कर रहा है।रूबी और काजल ने कहा की बेटियों को तो लक्ष्मी कहा जाता है पर हमें न्याय के लिए भीख मांगनी पड़ रही है।पुलिस कमिश्नर आरके स्वर्णकार ने जब 83 के लिए कहा की पहले ही हम आवेदन दे चुके हैं वो अब न्यायालय का काम है तो इसपर बेटियों ने कहा की पुलिस चाहे तो ठीक से पैरवी करके आज ही 83 ले सकती है।बेटियों ने कहा सब पुलिस की शैली पर ही निर्भर करता है।आप चाह लेंगे तो न्याय मिल जाएगा वरना हम तो रोज सर पटकते ही रहेंगे।बेटियों ने कमिश्नर से पुनः आग्रह किया की वे आज ही 83 के लिए मजबूत पैरवी करें और प्रियरंजन आशु पर झूठे शपथ पत्र का मुकदमा दर्ज करवाने का निर्देश दें।सपा नेता और न्याय संघर्ष समिति के संयोजक अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की बेटी नंगे पांव रोज दर दर न्याय के लिए भटकने को मजबूर हैं।बेटियों को न्याय मिलना चाहिए।पुलिस कमिश्नर ने कहा की मैं 83 लेने के लिए मजबूत पैरवी करने और झूठे शपथ पत्र पर मुकदमा दर्ज करने के लिए निर्देश अभी दे रहा हूं।