राष्ट्रीय झण्डा गीत रचयिता पदमश्री श्याम लाल गुप्त"पार्षद" की 46वीं पूण्य तिथि मनाई गई।
हफ़ीज अहमद खान
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश।
पार्षद स्मृति संस्थान व उत्तर प्रदेश खादी ग्रामोद्योग महासंघ के संयुक्त तत्वाधान में "पार्षद" वाटिका फूलबाग कानपुर में राष्ट्रीय झण्डा गीत रचयिता श्याम लाल गुप्त "पार्षद" की 46वीं पूण्य तिथि वृक्षारोपण व उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर परिचर्चा कर पुष्पांजलि तथा प्रतिमा में खादी सूत की माला अर्पित की गयी तथा झण्डागीत गाया गया।पार्षद जो सामाजिक व धर्मपरायण के साथ-साथ खादी व ग्रामोद्योग प्रेमी भी थे। वे अपने हाथ से खादी का कपड़ा काता हुआ भी पहनते थे और ग्रामीण अंचल के विकास के लिए और लोगों को रोजगार देने पर तत्पर रहते थे। इसी कारण उन्होंने नर्वल में गणेश सेवा आश्रम की स्थापना की थी। जिसमें नर्वल के आस-पास लोगें को खादी बनाने का प्रशिक्षण दिया जाता है। जिससे लोग ग्रामीण अंचल में रोजगार सृजन हो रहा है।पार्षद का झण्डागीत 3-4 मार्च 1924 को झण्डागीत की रचना हुई थी कार्यक्रम की अध्यक्षता सुरेश गुप्ता ने की और संचालन श्री छोटे भाई नरौन्हा ने किया। कार्यक्रम में दीपक मालवीय, जगदम्बा भाई, अतहर नईम, मदन भाटिया, के०के० अवस्थी, सोमेन्द्र शर्मा, राकेन्द्र मोहन तिवारी, विनोद पाण्डे, रमाकान्त मिश्रा एड० देवकुमार, नसीम रजा, अजीत खोटे, भइयालाल पुरी, बी०डी० जायसवाल। अरूण गुप्ता, सौरभ गुप्ता, अमर गुप्ता, ज्ञान गुप्ता, राजेश गुप्ता, संजय गुप्ता आदि नगर के संभ्रान्त नागरिक मौजूद थे।