शिक्षा चौपाल से विद्यालयों को निपुण बनाने की तैयारी।
प्रत्येक माह विकासखंड के तीन ग्रामों में शिक्षा चौपाल का आयोजन कराएंगे खंड शिक्षा अधिकारी।
निपुण लक्ष्य प्राप्त करने वाले विद्यालयों, प्रधानाध्यापकों एवं अभिभावकों को किया जाएगा सम्मानित।
सेराज अहमद कुरैशी
लखनऊ, उत्तर प्रदेश।
छोटे बच्चों के सीखने की प्रक्रिया को तेज करने के लिए शुरू किए गए निपुण भारत मिशन के तहत सरकार अब 'शिक्षा चौपाल' लगाएगी। इससे मिशन को न सिर्फ गति मिलेगी बल्कि आम लोगों की शैक्षणिक कार्यक्रमों में भागीदारी भी बढ़ेगी। इसके तहत प्रत्येक महीने समुदाय स्तर पर खंड शिक्षा अधिकारियों के नेतृत्व में 'शिक्षा चौपाल' आयोजित कराए जाएंगे। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।साथ ही इसके माध्यम से खंड शिक्षा अधिकारी जनभागीदारी एवं अभिभावकों की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक माह विकासखंड के तीन ग्रामों में शिक्षा चौपाल का आयोजन कराने के निर्देश दिए गए हैं। इस संबंध में राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय की ओर से सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं।
*चौपाल का किया जाए व्यापक प्रचार-प्रसार*
आदेश में कहा गया है कि शिक्षक चौपाल में अधिक से अधिक जनभागीदारी के लिए खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के एक सप्ताह पूर्व कार्यक्रम स्थल एवं तिथि का निर्धारण करते हुए अपने विकासखंड में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए तथा संबंधित शिक्षकों एवं अभिभावकों को आमंत्रित किया जाए। चौपाल की समयावधि लगभग एक घंटे की होगी। चौपाल की तैयारी के लिए एआरपी से अपेक्षित सहयोग प्राप्त करते हुए कार्यक्रम का सफल संचालन किया जाए। चौपाल में जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा।
*सम्मान समारोह भी होगा*
शिक्षा चौपाल में निपुण लक्ष्य प्राप्त करने वाले विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों, अभिभावकों एवं विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों को सम्मानित किया जाएगा एवं उनके विशिष्ट सहयोग तथा सफलता की कहानियों को भी साझा किया जाएगा। विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को भी शिक्षा चौपाल में आमंत्रित कर सम्मानित किया जाएगा।
अभिभावकों को किया जाएगा प्रेरित।
शिक्षा चौपाल में माता-पिता अथवा अभिभावकों को बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजने तथा शिक्षकों से सीधा संवाद स्थापित करने को प्रेरित किया जाएगा। खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों की पहचान कर उनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करते हुए प्रशंसित एवं सम्मानित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त ब्लॉक को निपुण बनाने के लिए बीईओ द्वारा अपनाई गई रणनीति पर विशेष चर्चा की जाएगी।