एपवा ने महिलाओ की समस्याओं को लेकर किया जिला मुख्यालय पर मार्च।
रिपोर्ट: विनोद विरोधी
गया, बिहार।
अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) ने महिलाओं की विभिन्न मागों को लेकर अंबेडकर पार्क से जुलूस निकाल कर जी बी रोड टाबर चौक पर सभा हुआ। महिलाएं अपनी मांगों के समर्थन में नारे लगा रहीं थी। बिहार में विधवा, वृद्धावस्था पेंशन प्रतिमाह तीन हजार देने , रसोई गैस की कीमत प्रति सिलेंडर 500रु तय करने, मनरेगा से महिलाओं को बाहर करने की कोशिश को बंद करने व 200दिन काम और 600रु न्यूनतम मजदूरी देने, मनरेगा की तरह ही शहरी महिलाओं के लिए रोजगार गारंटी योजना बनाने, सभी स्वयं सहायता समूह के लिए रोजगार और उपार्जन का प्रबंध किये जाने की मांग शामिल था.
सभा को सम्बोधित करते हुए जिला सचिव रीता बरनबाल ने कहा कि हमारे देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है लेकिन मोदी सरकार इसके प्रचार और विज्ञापन पर जितना ध्यान दे रही है उसका दसवां हिस्सा भी जनता की स्थिति सुधारने पर ध्यान देती तो समाज का कुछ भला होता. मोदी सरकार के शासन में महंगाई चरम पर है. चुनाव के समय रसोई गैस योजना का खूब प्रचार किया गया और अब उसकी कीमत बढ़ाई जा रही है.वर्षों से संघर्ष के बल पर रोजगार गारंटी मिली है मोदी सरकार उसे भी समाप्त करने लगी है। सभा को जिलाध्यक्ष शीला वर्मा ने कहा कि सरकार बीपीएल परिवारों को नाममात्र की मिलने वाली सब्सिडी भी खत्म करने की तैयारी है विधवा, वृद्धा पेंशन बिहार में मात्र 400 रु. मिल रहा है और रोजगार का अवसर भी नहीं है. प्राइवेट होने के कारण शिक्षा और इलाज की सुविधाओं से गरीब परिवारों की लड़कियां और महिलाएं वंचित हो रही हैं
मार्च का नेतृत्व बरती चौधरी,अंजली मांझी,उषा चौधरी,पुनम कुमारी,धर्मशीला देवी, सोना देवी,हेमंती देवी इंदु देवी आदि उपस्थित थीं।