बकरीद की नमाज अदा करने के साथ ही कुर्बानी का रसम भी हुआ अदा
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया, बिहार
मुस्लिम समुदाय का पवित्र पर्व, ईदउल अजहाअपने पूरे हर्षउल्लास के साथ नमाज अदा करने के बाद,सभी लोगों ने अपने-अपने घरों में कुर्बानी की रस्म को अदा की।मुस्लिम समुदाय के लोगों ने,मस्जिदों, खानकाहों, ईदगाहों में पूरे खुलूश के साथ इर्दुलअजहा की नमाजअदा की। इस अवसर पर मुस्लिम समुदाय के हर तबके के लोग नए-नए कपड़े पहनकरअपने-अपने बच्चों के साथ ईदगाह नमाज अदा करने के लिए पहुंचे। शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र के विभिन्न ईदगाहों में विभिन्न समय में नमाज अदा की गई।
नमाज अदा करने के बाद मुस्लिम समुदाय के वृद्ध, युवक,किशोर,नन्हे मुन्ने बच्चे बड़ी शांतिपूर्ण ढंग से ईदगाह से बाहर निकले,और अपने-अपने घरों में पहुंचे। नमाजअदा करने के लिए विभिन्न ईदगाहोंमें,मस्जिदों में हजारों हजार की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग उपस्थित होकर नमाजअदा की।ईदगाहों, मस्जिदों,सभी चौक चौराहा, संवेदनशील, अतिसंवेदनशील स्थान पर पुलिस बल मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में तैनात थी।पुलिस का गस्तीदल भी गस्ती में लगा हुआ था।समाचार लिखे जाने तक कहीं से भी कोई भी अप्रिय घटना की सूचना प्राप्त नहीं हो सकी है। इस्लाम धर्म केअनुसार,मुस्लिम समुदाय में कुर्बानी का पर्व तीन दिनों तक मनाया जाता है। कुर्बानी की जानवरों का गोश्त को तीन भागों में करके,एक भाग गरीबों,मिस्किनों,जरूरतमंद के साथ साथ संबंधियों,ईस्ट मित्रों,परिवार के लोगों में
वितरण किया जाता है। कुर्बानी के जानवर के गोश्त को बड़ी आस्था के साथ उसका उपयोग किया जाता है इसके गोश्त के साथ किसी तरह का नशे के या मादक पदार्थ के साथ नहीं प्रयोग किया जाता है।