एतिकाफ करने में बड़ों संग युवा भी आगे।
सैय्यद फरहान अहमद
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
माह-ए-रमजान का अंतिम अशरा चल रहा है। मस्जिदों में बड़ों से लेकर युवा भी दस दिनों के एतिकाफ में मग्न हैं। अल्लाह की इबादत कर अकीदत का इजहार कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही शानदार नजारा जमुनहिया बाग गोरखनाथ स्थित फिरदौस जामा मस्जिद में भी देखने को मिल रहा है। यहां नौ युवा एतिकाफ में बैठे हैं। जिनकी उम्र महज 12 से 18 के बीच है। एतिकाफ में बैठे बच्चों में जीशान खान (18), आमिर अली (14), फरहान (14), अहमद (13), उमर हसन (13), आमान (12), सुफियान (12), बेलालुद्दीन (13), उजैर अहमद (17) आदि शामिल हैं। इबादत के जज्बे से लबरेज युवा कहते हैं कि दुनिया से ताल्लुक तोड़कर अल्लाह की याद में लगे रहने का अपनी ही लुत्फ है। मस्जिद के सेकेट्री आसिफ महमूद युवाओं का हौसला बढ़ा रहे हैं। वहीं शहर की अन्य मस्जिदों में भी बड़ों के साथ युवा एतिकाफ कर खूब नेकी कमा रहे हैं।