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शिक्षा / Oct 17, 2024

एम.ए. एकेडमी तुर्कमानपुर में सर सैय्यद डे मनाया गया।

*बे-इल्मी मुफ़्लिसी की माँ है। जिस क़ौम में इल्म-ओ-हुनर नहीं रहता वहाँ मुफ़्लिसी आती है और जब मुफ़्लिसी आती है तो हज़ारों जुर्मों के सरज़द होने का बाइस होती है : डॉ. एहसान अहमद*

 *सर सैयद अहमद खाँ ने एक ऐसा एदारा कायम किया जिससे पूरी दुनिया के लोग फायदा हासिल कर रहे हैं : एडवोकेट मो. राफे*

सेराज अहमद कुरैशी

गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।

एम. ए. एकेडमी तुर्कमानपुर में हर साल की तरह इस साल भी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैयद अहमद खान साहब की यौमे पैदाइश के मौक़े पर सर सैय्यद डे बहुत ही शान व शौकत के साथ मनाया गया। इस अवसर पर सबसे पहले मोहम्मदुल्लाह ने तिलावत - ए - कुरान पाक से कार्यक्रम का आगाज किया। विद्यालय के शिक्षक नसीम अशरफ फारूकी ने बच्चों को सर सैयद अहमद खान साहब की जीवनी के बारे में विस्तार से बताया। मुख्य अतिथि डॉ. इकबाल फाउंडेशन के अध्यक्ष एडवोकेट मोहम्मद राफे साहब ने बताया कि आज के वक्त में शिक्षा को हासिल करना बहुत ही अत्यंत आवश्यक है जिससे कि हम हक व बातिल में फर्क को समझ सके। सर सैयद अहमद खाँ ने तालीम को सिर्फ अपने लिए हासिल नहीं किया उन्होंने इल्म को हासिल करके समाज के साथ-साथ पूरे देश और दुनिया को लाभ पहुंचाया।  कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश के सदस्य डॉक्टर एहसान अहमद ने बच्चों को संबोधित करते हुए बताया कि बे-इल्मी मुफ़्लिसी की माँ है, जिस क़ौम में इल्म-ओ-हुनर नहीं रहता वहाँ मुफ़्लिसी आती है और जब मुफ़्लिसी आती है तो हज़ारों जुर्मों के सरज़द होने का बाइस होती है। इसलिए इल्म को हासिल करना बेहद जरूरी है चाहे हमको चीन तक क्यों ना जाना पड़े। कार्यक्रम का सफल संचालन एम. ए. एकेडमी के प्रबंधक मोहम्मद आकिब अंसारी ने किया और बच्चों को बताया कि सर सैय्यद अहमद खाँ साहब ने एंग्लो ओरिएंटल कॉलेज की स्थापना की, जो बाद में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के नाम से हमारे मुल्क के साथ-साथ पूरी दुनिया में विख्यात है, जहां पर तालीम हासिल करने के लिए अपने मुल्क के साथ-साथ पूरी दुनिया से बच्चे आते हैं। बच्चों को सभी स्कूलों में एसे महापुरुषों के बारे में पढ़ाना चाहिए जिससे बच्चे जागरुक हो सके और ऐसे महापुरुषों को याद रख सकें। उप प्रधानाचार्या निदा फात्मा विद्यालय की शिक्षिका सूबिया, शमा और सलमा ने भी बच्चों को समबोधित किया। विद्यालय की प्रधानाचार्या सीमा परवीन ने अपने आने वाले सभी मेहमानों का शुक्रिया अदा किया। इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक व शिक्षिकाओं के साथ-साथ सभी बच्चे उपस्थित थे।

Jr. Seraj Ahmad Quraishi
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