भूमि मुक्ति आंदोलन में शहीद रामदेव पांचू की शहादत नहीं जाएगी बेकार: कौशल गणेश आजाद
शहादत दिवस पर एकदिवसीय सम्मेलन का आयोजन।रिपोर्ट:विनोद विरोधी
गया। जिले के बोधगया में भूमि मुक्ति आंदोलन में शहीद रामदेव- पांचू मांझी के शहादत दिवस पर छात्र - युवा संघर्ष वाहिनी , मजदूर - किसान समिति और लोक समिति की ओर से संयुक्त सम्मेलन का आयोजन महाप्रज्ञा गेस्ट हाउस के सभागार में किया गया । सम्मेलन की अध्यक्षता लोक समिति के राष्ट्रीय संयोजक कौशल गणेश आजाद और संचालन रमेश प्रसाद ने किया । सम्मेलन को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि 8 अगस्त , 1989 को बोधगया मठ के खिलाफ चले भूमि - मुक्ति आंदोलन के दौरान रामदेव मांझी और पांचु मांझी शहीद हो गए थे । वक्ताओं ने कहा कि इन दोनों फौलादी जांबाज़ों की शहादत खाली नहीं गया और बोधगया मठ की करीब दस हजार एकड़ जमीन दलितों और भूमिहीनों में बांटी गई । मठ का सरकार वाली रुतबा जमींदोज हुआ ।
वक्ताओं ने कहा कि गया जिला में आज भी भूदान व बासगीत जमीन या सिलिंग से फाजिल घोषित जमीन की समस्या बनी हुई है । दलितों को कब्जे वाली जमीन से बेदखल करने की साज़िश भू-माफियाओं द्वारा किया जा रहा है । वर्षों से बसे जमीन का बासगीत पर्चा नहीं दिया जा रहा है । सम्मेलन में प्रस्ताव पास कर मांग की गई कि भूदान की जमीन या सिलिंग से फाजिल घोषित जमीन पर बसे जमीन का बासगीत पर्चा दिया जाय । भूदान की जमीन का खरीद - बिक्री पर सख्ती से रोक लगाई जाए । भूदान से मिली जमीन की नापी कराकर पर्चाधारियों का कब्जा दिलाया जाए । किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत मिलने वाली राशि पांच सौ से बढ़ाकर पांच हजार रुपए प्रतिमाह दिया जाय । वृद्धावस्था पेंशन तीन हजार रुपए प्रतिमाह दिया जाय, निरंजना नदी पर कोशला - लाड़ू पुल का निर्माण शिघ्र किया जाए आदि मांगे की गई । सम्मेलन में बोधगया, बाराचट्टी, मोहनपुर, फतेहपुर, आमस, इमामगंज, डुमरिया, प्रखंड और गया से सैंकड़ों की संख्या में महिला पुरुष शामिल हुए । सम्मेलन को सर्वश्री उपेन्द्र सिंह , बिशुनधारी यादव जिला संयोजक, मजदूर - किसान समिति , जनार्दन यादव , जगदेव सिंह , विपत पासवान , गनौरी दास , बिशेश्वर पासवान , शिवप्रसाद , दास , लालदेव पासवान , अजीत मंडल , राम लखन भगत , डॉ. मुंद्रिका प्रसाद नायक , ललीता देवी , रेखा देवी, सरस्वती देवी , बनारसी आलम आदि ने भी संबोधित किया । सम्मेलन प्रारंभ होने के पहले सक्सेना मोड़ से जुलुस निकाला और रामदेव , पांचू अमर रहे , अमर रहे नारा लगाते हुए रामदेव पांचु मांझी शहिद स्थल पहुंचा और वहां श्रद्धा सुमन अर्पित किया ।