बच्चों के विकास में मातृ शक्ति की भूमिका महत्वपूर्ण: डा. सोनी सिंह
संतकबीरनगर, उत्तर प्रदेश
कूड़ीलाल रूंगटा सरस्वती विद्या मंदिर इंटरमीडिएट कालेज खलीलाबाद में डा. सोनी सिंह ने कहा कि मातृ शक्ति की भूमिका महत्वपूर्ण है। हमें अपने बालक व बालिकाओं में बिना भेद-भाव के दोनों का समान रूप से व्यक्तित्व का विकास करना चाहिए। इसी से हम राष्ट्र के विकास के सपने को साकार कर सकेंगे।
मातृ भारती की प्रमुख सुदक्षिणा सिंह ने कहा कि मां के साथ-साथ हमें एक गुरु की भूमिका में भी रहना है। युवा ही राष्ट्र को चलाते हैं और युवा को सफल,समर्थ तथा कर्मठ बनाने की जिम्मेदारी भी मां की ही होती है। उप प्रधानाचार्य अरूणेंद्र नाथ तिवारी ने कहा कि बच्चे की प्रथम गुरु मां होती है,मां का किसी भी पुरुष के जीवन निर्माण में मुख्य भूमिका होती है, उन्होंने सभी माताओं से आग्रह किया कि अपने बच्चे-बच्चियों को मनुष्य बनाएं अर्थात वह जीवन के मूल्यों को समझ सके।
सर्व सम्मति से मातृ भारती का गठन हुआ। जिसमें स्मिता मिश्रा जी को अध्यक्ष, दक्ष कुमारी को उपाध्यक्ष एवं रंजना शुक्ला को मंत्री चुना गया। बच्चों के विकास में मातृ शक्ति की महत्व व उत्तरदायित्व पर चर्चा की गई। इससे पूर्व समारोह का शुभारंभ विद्या की देवी मां सरस्वती के समक्ष दीप एवं पुष्प चढ़ाकर किया। बच्चियों ने सरस्वती वंदना, स्वागत गीत, प्रेरणा गीत प्रस्तुत किया।
अखिलेश्वर धर द्विवेदी, साधना मिश्रा, अल्का राय, आसना यादव, करुणेश मिश्रा, दिनेश चंद्र मिश्रा, शिवेंद्र सिंह सहित विद्यालय के शिक्षक, बच्चे व माताएं उपस्थित रही।