अद्वैत शिव शक्ति धाम डूहां में पांच दिवसीय गुरु पूजा यज्ञ महोत्सव सम्पन्न।
रिपोर्ट- धनंजय शर्मा
सिकंदरपुर, बलिया।
अद्वैत शिव शक्ति धाम मठ डूहां में चल रही पांच दिवसीय गुरु पूजा महोत्सव का आज विशाल भंडारे के साथ समापन संपन्न हो गया।
धार्मिक मान्यता के अनुसार आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि पर महाकाव्य रचयिता ऋषि वेदव्यास का जन्म हुआ था इसी वजह से आज के दिन को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है, उन्हें महाभारत, 18 पुराण, ब्रह्मसूत्र, मीमांसा जैसे अद्वितीय वैदिक साहित्य दर्शन का रचयिता माना जाता है। आज 21 जुलाई 2024 को गुरु पूर्णिमा है, जो उन गुरुओं के प्रति सम्मान, प्रशंसा और स्मरण का दिन है जो हमारी राह को अंतर्दृष्टि और समझ से प्रकाशित करते हैं। गुरु पूर्णिमा वैदिक विकास में मार्गदर्शन के महत्व पर प्रकाश डालती है। एक अच्छा मार्गदर्शन गुरू की तरह विद्यार्थियों को उनके शैक्षणिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मार्गदर्शन, सहायता और प्रोत्साहन प्रदान कर सकता है।
आज अद्वैत शिव शक्ति धाम मठ डूहां के संस्थापक स्वामी ईश्वर दास जी ब्रह्मचारी के निर्देशन में पांच दिवसीय गुरु पूजा यज्ञ महोत्सव में आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ा। महाराज श्री से गुरु दीक्षा प्राप्त शिष्यों ने अपने गुरु का साक्षात दर्शन करते हुए मठ परिसर में बने विशाल यज्ञशाला की वैदिक मंत्रों के बीच परिक्रमा की। ध्वनि विस्तारक यंत्रों के माध्यम से भक्ति संगीत और प्रवचन के लिए बने पंडाल में बैठे भक्तों को प्रवचन व भक्ति के सरस संगीत से गुरु महिमा का रसपान कराया जा रहा था।महाराज श्री द्वारा दर्शन के लिए स्थान ग्रहण करने के बाद दर्शन के लिए भक्तों का जन सैलाब उमड़ पड़ा। दर्शन-पूजन के बाद हजारों भक्तों ने भंडारे का महाप्रसाद ग्रहण किया। इस दौरान जंगली बाबा धाम कठौड़ा से अद्वैत शिव शक्ति धाम मठ डूहां और वनखंडी नाथ तक भक्त दर्शन-पूजन में लीन रहे।
मठ परिसर में ही सुरक्षा के दृष्टिगत एक पुलिस चौकी भी स्थापित की गई है जहां सिकंदरपुर पुलिस के जवान मुस्तैदी से सुरक्षा व्यवस्था को संभाले हुए हैं।