इस्लाम में ज़कात फ़र्ज़ है जल्द अदा करें - नायब काजी
सैय्यद फरहान अहमद
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
नायब काजी मुफ्ती मो. अजहर शम्सी ने बताया कि दीन-ए-इस्लाम में ज़कात फ़र्ज़ है। ज़कात पर मोहताज, गरीबों, यतीमों, बेवाओं का हक़ है जो मालिके निसाब न हों। इसे जल्द से जल्द हकदारों मुसलमानों तक पहुंचा दें ताकि वह रमज़ान व ईद की खुशियों में शामिल हो सकें। अगर आप मालिके निसाब हैं, तो हक़दार को ज़कात ज़रूर दें, क्योंकि ज़कात न देने पर सख़्त अज़ाब का बयान कुरआन-ए-पाक में आया है। ज़कात हलाल और जायज़ तरीक़े से कमाए हुए माल में से दी जाए।