माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष ने डीआईओएस के खिलाफ खोला मोर्चा।
जिला विद्यालय निरीक्षक तथा लेखाधिकारी की कार्रवाई की निंदा की निलंबित करने की मांग की।
हफ़ीज अहमद खान
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष हरिचंद दीक्षित ने कानपुर के डीआईओएस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है एक पत्रकार वार्ता के दौरान हरिचंद दीक्षित ने बताया कि शिक्षा विभाग में अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं इस प्रकरण में जिलाधिकारी से मुलाकात करके अवगत भी कर चुके हैं लेकिन अचानक शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया आगे कहा कि उच्च न्यायालय इलाहाबाद के न्यायमूर्ति अजीत कुमार ने न्याय पालिका की प्रतिष्ठा को बरकरार रखते हुए तदर्थशिक्षकों की सेवा सुरक्षा करने वाला 4 जनवरी 2023 को आदेश पारित किया। तदर्थ शिक्षक न्यायमूर्ति के ऋणी रहेंगे। उक्त उदगार उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष श्री हरिश्चंद्र दीक्षित ने न्यायालय के आदेश को पढ़ने के बाद एक विज्ञप्ति में दी है विज्ञप्ति में बताया गया कि कानपुर नगर के 36 अध्यापक तथा कानपुर मंडल के लगभग 50 शिक्षक/शिक्षिकाएं को सेवा से अलग कर दिया गया था तथा कतिपय प्रबंधको/प्रधानाचार्य ने सर्वोच्च न्यायालय का हवाला देते हुए अध्यापक/अध्यापिका केसाथ घोर अन्याय/अत्याचार करते हुएउनको नौकरी से हटाने का उपक्रम किया गयाथाइस प्रकरण में शिक्षा विभाग काछोटे से लेकर बड़ा अधिकारीअध्यापक/अध्यापिकाओंके उत्पीड़न में संलग्न था संगठन ने लिखित रूप सेभी अनुरोध किया गया थाकी कानपुर मंडल का कोई भी प्रकरण संजय सिंह के प्रकरण से अच्छा अच्छा आच्छादित नहीं हैजिसे न्यायालय ने उचित ठहराया और मुखरित आदेशपारित करते हुए शिक्षा विभाग के तुगलक्की आदेश को किनारे कर दिया संगठन ने कानपुर के जिला विद्यालय निरीक्षक तथा लेखाधिकारी की कार्रवाई की निंदा की हैतथा उन्हें तत्काल निलंबित करने की भी मांग की है!उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष नेमाननीय मुख्यमंत्री को प्रेषितप्रतिवेदन भेज करउत्पीड़न करने वाले आदेश दिनांक 9.11.2023 को निरस्त करने तथा अनुचितआदेश करने वाले अधिकारीयोको उन्हें उनके पद से हटानेकी मांग की है !पत्रकारों को आदेश की प्रतिलिपि दिखाते हुए माननीय योगी जी की लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने वाले अधिकारियों को दंडित करने की भी मांग की गई है ! पत्रकार वार्ता में के पी सिंह सेंगर,राजीव शुक्लाअफजाल अहमद , इक्तीदार अहमद तथा तदर्थ शिक्षक शामिल थे