इमाम के 'गुल्लक' का एक-एक रुपया फैला रहा शिक्षा की रौशनी।
सैय्यद फरहान अहमद
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
हम सभी जानते हैं कि शिक्षक के जद्दोजहद से ही बच्चों का भविष्य संवरता है। शिक्षक दिशा और दशा दोनों में परिवर्तन लाकर बच्चों को ऊंचाईयों तक पहुंचने का रास्ता आसान करता है। कुछ ऐसा ही कार्य सब्जपोश हाउस मस्जिद जाफरा बाजार के इमाम हाफिज रहमत अली निजामी कर रहे हैं। जो अपने ज्ञान और एक टीन के गुल्लक की मदद से करीब चालीस बच्चों का भविष्य दीनी शिक्षा के माध्यम से संवार रहे हैं।
गुल्लक के एक-एक रुपए से हाफिज रहमत दीनी शिक्षा को आम कर रहे हैं। तीन साल से गुल्लक के जरिए बच्चों का शैक्षणिक खर्च पूरा किया जा रहा है। आज से तीन साल पहले उन्होंने बच्चों की दीनी शिक्षा के लिए सब्जपोश हाउस मस्जिद में मकतब इस्लामियात खोला। जिसको चलाने के लिए पैसों की जरूरत पेश आई। बच्चों को ड्रेस, कापी, किताब, बैग वैगरा मकतब के जरिए मुहैया कराई जाती है जिसका जिम्मा हाफिज रहमत व उनका गुल्लक उठाता है। तीन साल पहले गुल्लक के जरिए बच्चों की दीनी शिक्षा के लिए अवाम से रोजना महज एक-एक रुपया देने की अपील की गई। अक्सर लोगों ने इस कदम को सराहते हुए इसमें हिस्सा लिया और कुछ लोगों ने इससे बढ़कर भी मदद फरमाई। इस गुल्लक के जरिए एक-एक रुपया रोजाना की मदद से तकरीबन पच्चीस हजार रुपए इकट्ठा हुए। जिसमें अट्ठारह हजार रुपए की किताबें बच्चों को दिलाई गई और अन्य पैसे मकतब के दूसरे शैक्षणिक मद में खर्च हुए। आज भी यह मुहीम जारी है। मकतब के खर्चे का खास हिस्सा इसी गुल्लक के जरिए पूरा होता है।
हाफिज रहमत ने बताया कि इस समय मकतब में तकरीबन चालीस बच्चे दीनी शिक्षा हासिल कर रहे हैं। शिक्षा हासिल करने वाले बच्चों को उर्दू, अरबी, दीनी अकाइद, मसाइल और अखलाकी अदब वगैरा की शिक्षा दी जाती है। उन्होंने बताया कि जब मुस्लिम समाज के गरीब शोषित, वंचित और आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को दीनी शिक्षा के अभाव में दीन से दूरी देखी तो मन में तकलीफ हुई और मकतब इस्लामियात की स्थापना करने का फैसला लिया और यह प्रण लिया कि अपने क्षेत्र के एक भी बच्चों को अशिक्षित नहीं रहने दूंगा। इस मकतब में कुरआन पढ़ने पढ़ाने के साथ ज़िंदगी गुजारने का करीना सिखाया जा रहा है। बच्चों को खाने, पीने, चलने, बैठने, बड़ों का अदब करने का तरीका बताया जा रहा है।
पिछले तीन वर्षों से मस्जिद में चलने वाले मकतब इस्लामियात के जरिए से दीनी शिक्षा आम कर रहे हाफिज रहमत ने अवाम से अपील करते हुए कहा कि लोगों को अपने इलाके के मकतब व मदरसों की जरूरत का खास ख्याल रखना चाहिए। अपनी आमदनी में से अपने इलाके के गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए एक हिस्सा जरूर निकालना चाहिए। आपके इलाके का कोई भी बच्चा दीनी शिक्षा हासिल करने से रह न जाए इसका सभी को ख्याल रखना चाहिए। बड़े लोग जो किसी वजह से दीनी शिक्षा हासिल नहीं कर सके हैं उन्हें भी दीनी शिक्षा हासिल करने की हर मुमकिन कोशिश करनी चाहिए। हर मोहल्ले में दीनी शिक्षा के लिए मकतब खोला जाना आज की अहम जरूरत है।