अस्पतालों में बुखार,डायरिया, दमा के मरीज की बढ़ोतरी से अस्पताल प्रशासन परेशान।
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया, बिहार।
इन दिनों मौसम में बदलाव के कारण एवं प्रचंड गर्मी होने से अस्पतालों में मरीजों की संख्या में दिन-प्रतिदिन बढ़ोतरी होती जा रही है,विशेषकर वैसे रोगी जो बुखार और डायरिया से संक्रमित हैं,उनकी संख्याअधिक है। विभिन्न अस्पतालों से संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, पेट दर्द,डायरिया,बुखार, इनफ्लुएंजा,फ्लू,सर्दी खांसी, सांस लेने में दिक्कत होने से अधिक संख्या में रोगी पहुंच रहे हैं। अधिक संख्या में इन मरीजों के पहुंचने के कारण चिकित्सक उनकी जांच पड़ताल करके गर्मी से बचने और खान-पान पर नियंत्रण रखने को कह रहे हैं। मौसम में परिवर्तन होने के कारण सभी अस्पतालों में 40% से अधिक मरीज की बढ़ोतरी हो गई है। प्रत्येक दिन इन अस्पतालों में रोगियों की आने की संख्या 600 से 750 तक रह रही थी,मगर मौसम के बदलाव होने के कारण 1000 से 1100 रोगी प्रतिदिन आ रहे हैं,छोटे-छोटे बच्चों की संख्या भीअधिक है,मगर खुशी की बात यह है कि इतनी संख्या में मरीज आने के बाद भी रोगियों के ठीक होने में 4 से 5 दिन लग जा रहे हैं। शिशु रोग विशेषज्ञ,डॉक्टर इम्तियाज अहमद ने संवाददाता को बताया कि इन दिनों बच्चों में डायरिया की शिकायत बहुत अधिक मिल रही है,बच्चों के खान पान,रहन सहन में कोई बदलाव नहीं हो रहा है,जिसके कारण व डायरिया के शिकार हो जा रहे हैं,उल्टी,पेट दर्द,बुखार से मुख्य रूप से छोटे-छोटे बच्चे ग्रसित हो रहे हैं।डॉक्टरों का कहना है कि हाइजीन मेंटेनेंस नहीं होने के कारण छोटे-छोटे बच्चेअधिक संख्या में बीमार पड़ रहे हैं,इनके खान-पान,रहने सहने पर नियंत्रण नहीं है। बच्चों का भोजन बनाने में सावधानी बरतना होगा। हाथ साफ रखना होगा,घर के अंदर साफ सफाई का ध्यान रखना होगा,घर में कूड़ा करकट कचरा नहीं रखना होगा,बच्चों को दूध पिलानेऔर खाना देने के बर्तन को साफ सफाई से रखना धोना पड़ेगा,साफ सफाई से धोकर इसमें बच्चों को खाना परोसना पड़ेगा,तभी जाकर इस पर नियंत्रण संभव हो सकेगा।