कलेक्टर वानखेड़े के निर्देशन में संयुक्त दल द्वारा किया विद्यालयों में संवाद कार्यक्रम।
शासकीय विद्यालय डेरा चितुवां डेरा, फुलरा, डेरा गंधारी, फुलरा व तालगांव में संवाद कार्यक्रम सम्पन्न।
भारत समाचार न्यूज एजेंसी
दतिया, मध्यप्रदेश।
संवेदनशील कलेक्टर श्री स्वप्निल वानखेड़े के निर्देशन में विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति सुनिश्चित कराने व बढ़ाने के उद्देश्य से संचालित संवाद कार्यक्रम के तहत बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी), महिला एवं बाल विकास विभाग व विशेष किशोर पुलिस इकाई (एसजेपीयू) के संयुक्त दल द्वारा शासकीय प्राथमिक विद्यालय डेरा चितुवां, शा. प्रा. वि. फुलरा, शा. प्रा. वि. डेरा गंधारी, शा. प्रा. वि. कलापुरम व शासकीय हाई स्कूल
तालगांव में संवाद कार्यक्रम के तहत विद्यालय में अनुपस्थित रहने वाले छात्रों के अभिभावकों से संवाद किया गया। जिनमें उपस्थित हुए अभिभावकों द्वारा बच्चों को नियमित विद्यालय भेजने हेतु आश्वसन दिया।
जिला स्तरीय संयुक्त संवाद दल में सम्मिलित बाल कल्याण समिति अध्यक्ष श्रीमती कल्पना राजे बैस, सदस्य रामजीशरण राय, संतोष तिवारी, श्रीमती कृष्णा कुशवाहा, वैभव खरे, बाल संरक्षण अधिकारी धीरसिंह कुशवाहा, परामर्शदाता राजीव चौबे, विशेष पुलिस इकाई से भगवत शर्मा, अनीता शर्मा, हेमलता रावत ने बच्चों को शिक्षा की महत्ता, बच्चों को प्राप्त अधिकारों (बाल अधिकारों) से परिचित कराने व उन्हें कानूनी जानकारी देने के साथ ही उनके साथ मनोरंजक गतिविधि आयोजित की गईं। बच्चों व अभिभावकों ने आवश्यक सुझाव व प्रश्न भी संवाद के दौरान रखे। कुछ मांगें भी रखी गईं। जिनके समाधान स्थानीय स्तर पर किए जाने की बात कही। वहीं कुछ प्रश्नों के समाधान जिला प्रशासन के स्तर होने व माँग को आगे भेजने की बात की गई।
आयोजित संवाद कार्यक्रम के दौरान मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता सुधारने, स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने, बाउंड्रीवॉल निर्माण, खेल सामग्री उपलब्धता, खेल गतिविधियों के आयोजन की चर्चा भी की गई। स्व सहायता समूह सदस्यों से भोजन की गुणवत्ता व स्वच्छता के बारे में चर्चा की गई। संवाद के दौरान किशोर न्याय अधिनियम (जेजे एक्ट), लैंगिक हिंसा से बालकों के संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो एक्ट) कु वैधानिक जानकारी देते हुए सुरक्षित स्पर्श, असुरक्षित स्पर्श बताते हुए चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, 181, 112 व बाल विवाह मुक्त भारत अभियान की व्यापक जानकारी दी गई।
संवाद के दौरान शिकायत पेटिका के बेहतर उपयोग हेतु समिति निर्माण व खोलने का समय व अंतराल तय करने हेतु निर्देशित किया। बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने हेतु आवश्यक प्रयास करने की बात कही। विद्यालय में खेल व रचनात्मक गतिविधियों कराने हेतु सहमति बनीं। उपस्थित परिजनों ने बच्चों को नियमित विद्यालय भेजने व वहीं विद्यालय प्रबंधन एवं स्वसहायता समूह सदस्यों ने व्यवस्थाओं को बेहतर करने हेतु सहमति दी।
संवाद कार्यक्रम में शिक्षकगण रमाशंकर योगी, ऊषा रायकवार, रमादेवी वर्मा, नरेंद्र खरे, मनोरमा खरे, मोनिका बाजौरिया, कीर्ति तिवारी, श्वेता सगर आदि उपस्थित रहे। उक्त जानकारी बाल कल्याण समिति सदस्य रामजीशरण राय ने दी।