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शिक्षा / Jun 01, 2025

इल्म रोशनी है, जिंदगी के लिए जरूरी - प्रिंसिपल मुख्तार अहमद

सैय्यद फरहान अहमद

गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।

एमएसआई इंटर कॉलेज बक्शीपुर के प्रिंसिपल मुख्तार अहमद ने कहा कि इल्म रोशनी है। रोशनी अंधेरे को दूर करती है, जिससे हमें सही दिशा दिखाई देती है, इल्म भी इसी तरह काम करता है, हमें अज्ञानता, अंधविश्वास और गलत मार्गदर्शन से मुक्त करता है और हमें सही रास्ते पर ले जाता है। इल्म जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। यह हमें बेहतर इंसान बनने में मदद करता है, बेहतर निर्णय लेने में मदद करता है, और हमें जीवन में सफलता प्राप्त करने में मदद करता है। इल्म इंसान को इंसान बनाता है। जीने का सलीका सिखाता है। हमारे और आपके लिए इल्म वरदान है।

उक्त बातें मुख्तार अहमद ने एमए एकेडमी व मकतब इस्लामियात तुर्कमानपुर के संयुक्त तत्वावधान आयोजित में समर कैंप के समापन पर बतौर मुख्य अतिथि कही। 

विद्यालय के प्रबंधक मुहम्मद आकिब अंसारी ने कहा कि तालीम की रोशनी इंसान को बुराई से रोकती और नेक बनाती है। किसी समाज या मुल्क की तरक्की और बेहतरी के लिए बच्चों की तालीम बेहद जरूरी है। लड़कियों की तालीम को बेहद अहम बताते हुए कहा तालीम हासिल करने से दो घर रोशन होते हैं। पढ़ी लिखी मां बच्चों को भी तालीम की दौलत से मालामाल करती है। 

नायब काजी मुफ्ती मुहम्मद अजहर शम्सी व सामाजिक कार्यकर्ता प्रसेन ने कहा कि अक्षर ज्ञान के साथ हमें अपने जीवन को संवारना और निखारना है तो इसके लिए शिक्षा और संस्कार दोनों की जरूरत रहेगी। यह तालीम मदरसे में मिले चाहे किसी स्कूल में इसे सभी को हासिल करना चाहिए।

अध्यक्षता कर रहे पूर्व प्रधानाचार्य डॉ. एहसान अहमद ने कहा कि तालीम के बगैर कोई भी कौम तरक्की नहीं कर सकती है। मुसलमानों को चाहिए कि बच्चों को तालीम जरूर दिलाएं। दुनियावी तालीम के साथ दीनी तालीम हासिल करने पर ज्यादा जोर दिया जाए।

विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ शिक्षक मुजफ्फर हुसैन रुमी ने तालीम को अहम मजहबी फरीजा करार दिया। लड़कियों की तालीम को समाज और मुल्क की तरक्की के लिए बेहद जरूरी बताया। खुद तालीम हासिल करने और लड़के-लड़कियों को बगैर भेदभाव तालीम देने की हिदायत दी।

सामाजिक कार्यकर्ता प्रसेन व आकाश ने कविता व गीत पेश किया। कारी मुहम्मद अनस रजवी ने शिक्षा की अहमियत पर बच्चों से सवाल जवाब किया। उत्कृष्ट जवाब देने वाले बच्चों को ईनाम से नवाजा गया। कुरआन-ए-पाक की तिलावत अब्दुस्समद ने की। नात-ए-पाक सना फातिमा व समीर ने पढ़ी।

सामूहिक रूप दरूदो सलाम पढ़कर अमन व अमान की दुआ के साथ समर कैंप का समापन हुआ। बच्चों को प्रमाण पत्र व पुरस्कार वितरित किया गया। इस मौके पर विद्यालय की प्रधानाचार्या सीमा परवीन, उप प्रधानाचार्या निदा फातिमा, हाजी जलालुद्दीन कादरी, आसिफ महमूद, मुहम्मद अनस, खुर्शीद अहमद मून, मुनाजिर हसन, बेलाल अहमद, सलमा खान, शमा खान, हाफिज रहमत अली निजामी, मुहम्मद नसीम फारुकी, इंजीनियर इरफानुल्लाह अंसारी, सोबिया खान, सैयद फरहान अहमद कादरी आदि मौजूद रहे।

Jr. Seraj Ahmad Quraishi
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