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Wed, 18 Jun 2025 05:14 AM

इस्लाह मुआशरह का जलसा इस्लामी ढंग से हुआ समाप्त

शहाबुद्दीन अहमद

बेतिया, बिहार

जलसा इसलाहे मुआशरह बड़ी धूमधाम से इस्लामी माहौल में बाद नमाज ईशा शुरू होकर प्रातः काल तक चला। इसअवसर पर बड़े-बड़े उलमायेकराम,मुफ्तीआजम, प्रख्यात शायर,शिक्षाविद, बुद्धिजीवी,स्थानीय गणमान्य व्यक्ति,सामाजिक कार्यकर्ता, मस्जिदों की इमाम हजरात, मुस्लिम मौलाना लोगों ने भारी संख्या में इस कार्यक्रम में उपस्थित होकर,मजहब की बहुत सारी बातों की जानकारी हासिल की।इस कार्यक्रम के आयोजक,नजमुल होदा, नाजिम,मदरसा जामये सबीलुररसादभवानीपुर सिकटा,पश्चिम चंपारण थे।

इस कार्यक्रम में भाग लेने आएआगंतुकों में,हजरत मौलानाअनिसुर रहमान कासमी,जनरल सेक्रेटरी, मिली काउंसिलआफ ऑल इंडिया,संचालनकर्ता,हजरत मौलाना व मुफ्ती मोतिउर रहमान कासमी,सीवानी मदरसा,मौलाना व कारी, रियाजअहमद कासमी,नौतन,सदरेआलम कासमी,कमर आजम मुफताही,साजिद हुसैन चतुर्वेदी,शफीउजजमा कासमी,अफरोजआलम राही,दिल खैर आबादी,जफरुल होदा कासमि,मौलाना निजामुद्दीन कासमी केअलावा सैकड़ो की संख्या में स्थानीय मौलाना व मदरसा के छात्र उपस्थित थे। 

इस जलसा में हजारों की संख्या में लोगों ने शिरकत फरमाकर विभिन्न स्तर के मौलाना और इनके द्वारा बयान किए गए इस्लामिक, दीनी बातों को सुनकरअपने जीवन को बदलने के साथ ही अल्लाह व उसके नबियों के बताए हुए रास्ते पर चलने, जीवन व्यतीत करने,हराम व हलाल की तमीज करअपने जीवन में सुधार लाने की प्रतिज्ञा की,साथ ही उपस्थित हजारों की संख्या में लोगों ने इस बात काअहद किया कि हम सभी लोगअल्लाह के बताए हुए रास्ते पर चलकर अपने बचे हुए जीवन को गुजारेंगे।इस्लाम के बताए हुए रास्ते पर चलकर,पांचो वक्त की नमाज,रोजा,हज,जकात,

तौहीद,कलमा इत्यादि पर ही चलकरअपने जीवन में हुई गलतियों को सुधारने का काम करेंगे।इस अवसर पर विभिन्न वक्ताओं ने,अपने-अपने ढंग से,इस्लाम के बताए हुए रास्ते पर चलने का तरीका बताया,

साथी इन वक्ताओं ने अपनी बातों से उपस्थित हजारों की संख्या में मुस्लिम बंधुओ से अपील की कि आप सभी लोगअल्लाह और उसके नबी के बताए हुए रास्ते पर चलकरअपनी जिंदगी को गुजाएं,और यही सही रास्ता है 

इसके अलावा वक्ताओं ने उपस्थित लोगों को समझाया किआप लोगों ने जोअपने जीवन जो पूर्व में गुजार दिया है,उसमें जो गलतियां हुई हैं, उस पर तौबा करें,और अब से अल्लाह और उसके नबी के बताए हुए रास्ते पर ही चलने का कसम खएं,साथ हीअपनी गलतियों पर नादिम,शर्मिंदा होकरअल्लाह सेअपनी किए हुए गलतियों पर माफी मांगे,तौबा करें,यही सही जीवन गुजारने का रास्ता होगा 

जो आखिरत की जिंदगी का कुंजी होगा। इस कार्यक्रम में, बाहर से आए हुए मेहमानों का जबरदस्त स्वागत किया गया, और उनकी अच्छी-अच्छी बातों को सुनकरअपने दिल में उतार कर,अपने जीवन को संभालने काअहद किया गया। साथ ही उपस्थित सभी लोगों ने रात्रि का भोजन भी किया, साथ ही इस आयोजन में,सभी मेहमानों के लिए चाय, नाश्ता, वगैरह का भी बेहतरीन इंतजाम बड़े अच्छे ढंग से किया गया था,ताकि दूर दराज सेआए हुए लोगों को किसी प्रकार की कोई तकलीफ नहीं पहुंचे। संवाददाता ने भी जलसा के क्षेत्र का संवाददाता ने भ्रमण करआवश्यक बातों की जानकारी ली,आयोजन कर्ता एवं स्थानीय ग्रामीणों ने, संवाददाता को बताया कि जलसा का स्टेज,बैठने की व्यवस्था, माइक, साउंड बॉक्स, लाइट की व्यवस्था एवं अन्य व्यवस्थाएं काफी सराहनीय थीं,जलसा पूरी रात बड़ी शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुई, इस जलसा में किसी प्रकार का अप्रिय घटना नहीं घटी, उपस्थित सभी लोग ध्यान लगाकर मौलाना के द्वारा बताये जा रहे अच्छी-अच्छी बातों को बहुत ही गैर से सुन रहे थे,इस जलसा के यहां आयोजन होने से इस क्षेत्र के लोगों में,दीन को जिंदा करने, अपने जीवन को सुधारने में एक सराहनीय पहल मानी गई है।

Karunakar Ram Tripathi
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