वक्फ संशोधन विधेयक-2024 को बताया संविधान के खिलाफ।
वक्फ संशोधन विधेयक-2024 को वापस लेने की आवाज हुई बुलंद
वक्फ संशोधन विधेयक नहीं होने देंगे पास : पवार
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पदाधिकारियों को एनसीपी सुप्रीमो ने किया का आश्वस्त
वसीम अकरम कुरैशी
जयपुर, राजस्थान
एनसीपी सुप्रीमो एवं राज्यसभा सांसद शरद पवार से मुंबई स्थित उनके निवास पर आॅल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना फजलुर्रहीम मुजद्दिदी के नेतृत्व में बोर्ड सदस्यों एवं समर्थकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। जिसमें 2024 के वक्फ संशोधन विधेयक को संविधान के खिलाफ बताते हुए इसे वापस लेने की मांग की गई।
प्रतिनिधिमंडल ने पवार को बताया कि पिछले कुछ समय से यह झूठ फैलाया जा रहा है कि वक्फ बोर्ड जिस जमीन या संपत्ति पर दावा करता है, सरकार उसे वक्फ को देने के लिए बाध्य हो जाती है। जबकि सच्चाई यह है कि खुद वक्फ की हजारों एकड़ जमीन पर दूसरों का अवैध कब्जा है, जिसे छुड़ाने के लिए संघर्ष किया जा रहा है।
बोर्ड सदस्यों ने बताया कि अब तक वक्फ के लिए कई स्तर की न्यायिक प्रणाली है, जिसमें वक्फ ट्रिब्यूनल के बाद हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक जाने की गुंजाइश है, लेकिन वर्तमान संशोधन के बाद अदालतों के सभी मामले जिला कलेक्टर को सौंप दिए जाएंगे। जाहिर है, देश का कोई भी कलेक्टर सरकार की मर्जी के खिलाफ फैसला करने की हिम्मत नहीं कर सकता।
इसी तरह, वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिम सदस्यों को शामिल करने और सीईओ के लिए मुस्लिम होने की शर्त को समाप्त करने के प्रस्ताव पर भी आपत्ति जताई गई।
भावनाओं का रखेंगे ध्यान
मुस्लिम प्रतिनिधियों को पवार ने आश्वासन दिया कि किसी की धार्मिक संपत्ति छीनने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हम सख्ती के साथ इस विधेयक का विरोध करेंगे और किसी भी हालत में इसे पास नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि हमारे सांसद श्रीश महात्रे उर्फ बाल्या मामा संयुक्त संसदीय समिति के सदस्य हैं। हमने उन्हें निर्देश दिया है कि वे समिति में मुस्लिम समुदाय की भावनाओं का पूरी तरह से प्रतिनिधित्व करें।
ये प्रतिनिधि रहे मौजूद
प्रतिनिधिमंडल में आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी मौलाना फजलुर्रहीम मुजद्दिदी, मौलाना महमूद अहमद खान दरियाबादी, अबू आसिम आजमी, डॉ. जहीर काजी, मुफ्ती सईदुर्रहमान, सलीम मोटरवाला, शिया धर्मगुरु मौलाना रूह जफर, शाकिर शेख, मौलाना अनीस अहमद अशरफी, मौलाना बुरहानुद्दीन कासमी, डॉ. अजीमुद्दीन, हाफिज इकबाल चूना वाला, नईम शेख, सुहेल सूबेदार आदि शामिल थे।