प्रभारी प्रिंसिपल पर जीएनएम कॉलेज की छात्राओं ने लगाया गंदाआरोप,हुआ हंगामा, हुए निलम्बित।
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया, बिहार।
स्थानीय जीएनएम कॉलेज की छात्राओं ने प्रभारी प्रिंसिपल पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए हैं,जिनमें बताया गया है कि हॉस्टल में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं,और सभी छात्राएं शॉर्ट्स पहन कर रहती हैं,इन लोगों को देखने के लिए प्रभारी प्रिंसिपल जूम करके देखते हैं, लड़कियों पर गंदे गंदे कमेंट करते हैं,शिकायत करने पर धमकी देते हैं कि तुम्हें फेल कर देंगे,हम लोगों ने कई जगह शिकायत की,लेकिन कुछ नहीं हुआ,यह कहते हुए नजरआते हैं कि हमने सब मैनेज कर लिया। इस बात की जानकारी संवाददाता को छात्राओं के द्वारा पता चला कि जीएनएम ट्रेनिंग कॉलेज की फर्स्ट ईयर की कई छात्राएं हैं,जो प्रभारी प्रिंसिपल पर पर गंभीरआरोप लग रही हैं,छात्राओं ने डी एम से लेकर प्रिंसिपल स्वास्थ्य मंत्री तक आवेदन दिया है, आवेदन में यह बिंदु वर्णित है कि प्रभारी प्राचार्य,मनीष जायसवालऑफिस में बैठकर शराब पीते हैं,और हॉस्टल के छत पर स्टाफ से मसाज कराते हैं,कॉरिडोर में हम लोग शॉर्ट्स पहन कर घूमते हैं,इसको जूम करके के देखते रहते हैं, जबकि सीसीटीवी कैमरा लगाने की कोईआवश्यकता नहीं है।फर्स्ट ईयर,सेकंड ईयर, थर्ड ईयर की छात्राएं की यही शिकायत है,अपनी शिकायत को लेकर सभी छात्राएं डीएम से मिली हैं। लड़कियां जब शिकायत करती हैं तो उनको डराते धमकाते हैं,और नंबर काट लेने,फेल कराने की धमकी देते हैं।
प्रभारी प्रिंसिपल,मनीष जायसवाल ने कहा कि यह सभी तस्वीरें AI से एडिट की हुई है,और हमको बदनाम करने के लिए मेरा एक प्रतिद्वंद्वी एक ट्विटर है,जो मेरे जगह पर पहुंचाना चाहते हैं, वही छात्राओं सेअवैध वसूली करते हैं,साथ ही मेरा फोटो वायरल कराकर सभी को भेजते हैं,मेरे खिलाफ भड़कते है,बदनाम करना चाहते हैं।
छात्राओं ने बताया कि इस संबंध में प्रभारी प्रिंसिपल के खिलाफ हम लोगों ने 6 मई को आवेदन दिया था,विभाग के निदेशक नर्सिंग ने सिविल सर्जन बेतिया को जांच कर प्रतिवेदन भेजने के लिए मांग की थी,सिविल सर्जन बेतिया ने 20 मई को अपने गोपनीय जांच प्रतिवेदन में प्रभारी प्रिंसिपल,मनीष जायसवाल को दोषी पाया है, इसके बाद भी उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।जीएनएम की छात्राओं ने कहा कि अगर उन पर कोई कार्रवाई नहीं होगी,तो हम लोगों का रिजल्ट व जिंदगी दोनों बर्बाद कर देंगे। जिला पदाधिकारी ने इस पर सख्त कार्रवाई करते हुए उच्च अधिकारी को सूचित करते हुए परामर्श मिलने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया,इस तरह से उन्हेंअपने किए हुए गलत काम फल मिल गया।