अनावश्यक नोटिस भेजनें पर व सचल दल इकाईयों धारा 129 के नाम पर व्यापारियों व उद्यमियों के उत्पीड़न पर रोक लगे।
हफ़ीज अहमद खान
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश।
जी एस टी विभाग द्वारा भारी संख्या मे नोटिस भेजनें, सही जवाब देने पर भी पुनः नोटिस भेजनें व व्यापारी को कार्यालय बुलाने और सचल दल इकाईयों द्वारा छोटी सी कमी होने पर सभी कागज़ात होने के बावजूद गाड़िया विभाग लाकर व्यापारियों को परेशान व धारा 129 के नाम पर उत्पीड़न किये जाने और एस आई बी द्वारा जाँच व सर्वे के नाम पर जबरन टैक्स व पेनाल्टी जमा कराकर उत्पीड़न करने और 2017-20 तक डिमांड मे जमा कर चुके ब्याज व पेनाल्टी को वापस करने की मांग को लेकर आयुक्त से उनके गोमती नगर कार्यालय मे मुलाक़ात करके वार्ता की और ज्ञापन सौंपा।आयुक्त नितिन बंसल ने नोटिस के नाम पर व्यापारियों के उत्पीड़न नहीं होने का आश्वासन देते हुए कहा कि ऐसे मामले एकत्र कर मेरे संज्ञान मे लाये जिसमे ऐसे अधिकारियो के खिलाफ कार्यवाही करेंगे और भविष्य मे विभाग की कार्यप्रणाली मे और सुधार होगा। सचल दल इकाईयों द्वारा छोटी सी कमी होने पर सभी कागज़ात होने के बावजूद गाड़िया विभाग लाकर व्यापारियों को परेशान व उत्पीड़न किया जा रहा है और गाडी लाने पर सभी कागज़ात होने के बावजूद छोटी सी भूल होने पर भी धारा 129 व नियम का उलंघन के नाम पर पेनाल्टी जमा करवाई जा रही है इस वजह से व्यापारियों व उद्यमियों का उत्पीड़न होता है।आयुक्त नितिन बंसल ने नोटिस के नाम पर व्यापारियों के उत्पीड़न नहीं होने का आश्वासन देते हुए कहा कि ऐसे मामले एकत्र कर मेरे संज्ञान मे लाये जिसमे ऐसे अधिकारियो के खिलाफ कार्यवाही करें और भविष्य मे विभाग की कार्यप्रणाली मे और सुधार होगा। वार्ता व ज्ञापन देने वालों मे प्रमुख रूप से भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के अशोक अग्रवाल,श्याम सिंघल,प्रकाश गुप्ता,मनोज अग्रवाल,शोभित सिंह भदौरिया, सत्यपाल सिंह,भानुप्रताप मिश्र,अरविन्द शुक्ला,अभिषेक सिंह,शशांक गुप्ता, बनवारी लाल गुप्ता आदि पदाधिकारी थे !