औरतों पर ईद की नमाज़ वाजिब नहीं - उलमा किराम
सैय्यद फरहान अहमद
गोरखपुर उत्तर प्रदेश।
उलमा-ए-अहले सुन्नत द्वारा जारी रमजान हेल्पलाइन नंबर पर रोज़ा, नमाज़, जकात, सदका-ए-फित्र व ईद की नमाज़ आदि के बारे में सवाल आते रहे। उलमा किराम ने शरीअत की रोशनी में जवाब दिया।
1. सवाल : औरतों पर ईद की नमाज पढ़ने का क्या हुक्म है? (सफिया वारसी, सूरजकुंड कॉलोनी)
जवाब : ईद की नमाज़ मर्दों पर वाजिब है। औरतों पर ईद की नमाज़ वाजिब नहीं। (मुफ्ती अख्तर)
2. सवाल : क्या औरतें फातिहा दे सकती हैं? (इमरान, जाफरा बाजार)
जवाब : हां। इसमें कोई हर्ज नहीं। (मुफ्ती मेराज)
3. सवाल: बेवा औरत ईद पर नए कपड़े पहन सकती है? (मोईन, झुंगिया बाजार)
जवाब: इद्दत के दिन गुजारने के बाद ईद पर नए कपड़े भी पहन सकती है और हर तरह की जायज़ खुशी में भी शरीक हो सकती है इसमें कोई हर्ज नहीं है। (मौलाना जहांगीर