सत्कर्मो से स्वामी विवेकानंद ने प्राप्त की दिव्यता।
भगतसिंह शाखा पर मनी स्वामी विवेकानंद की जयंती।
रमाशंकर गुप्ता
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रेमचंदनगर के भगतसिंह शाखा सरस्वती शिशु मंदिर परिसर निकट नार्मल स्कूल में स्वामी विवेकानंद की जयंती मनी।
नगर कार्यवाह शैलेन्द्र गुप्ता ने
स्वामी विवेकानंद की उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर भारत माता के सच्चे सपूत रहे।उन्होंने कहा कि मनुष्य बनने के साथ उठो जागो व लक्ष्य से पहले न रूकने का ध्येय वाक्य आज भी राष्ट्रोत्थान का कार्य कर रहा है। अपने सद्कर्मों के चलते स्वामी विवेकानंद दिव्यता प्राप्त कर युग पुरुष के साथ सामाजिक समरसता के अग्रदूत कहलाएं। किया स्वामीजी का जीवन लक्ष्य अडिगता पर आधारित रहा। भारतीय संस्कृति के चिंतक के रूप में विश्व पटल पर उन्होंने भारतीय संस्कृति को मजबूत बनाएं रखा। सामाजिक समरसता के पोषक थे। युवापीढ़ी विवेकानंद के विचारों को आत्मसात कर विश्व पटल पर भारतीय संस्कृति को मजबूती प्रदान करने का कार्य करे। बौद्धिक प्रमुख अखिलेश्वर धर द्विवेदी ने कहा सत्कर्मो से दिव्यता प्राप्त किया। दुनिया में भारतीय संस्कृति का परचम लहराया। गेशव गोपाल ने प्रेरक प्रसंग कथाएं से स्वयंसेवक आदर्श पर चलने को प्रेरित किया। आंनद त्रिपाठी, बाल स्वयंसेवक अर्क ने संस्मरण सुनाया। मुख्य शिक्षक रमाशंकर ने गीत कराया। भारतीय संस्कृति धरोहर व युग पुरुष की संज्ञा देकर करके आदर्शो पर चलने का संकल्प लिया गया।
प्रवीण कुमार, दुर्गेश गांधी, गिरिजेश वर्मा, शंभू, सुमित,संदीप, आदित्य, आदर्श, हर्ष सहित अन्य स्वयंसेवक मौजूद रहे।