जिला में एचआईवी संक्रमित रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी होना दु:खद,जागरूकता फेल।
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया,पश्चिमी चंपारण, बिहार।
एचआईवी संक्रमित रोगियों की संख्या बढ़ने से चलाया गया जागरुकता अभियान फेल हो गया है,लोग इसअभियान के चलने के बाद भी एचआईवी संक्रमित रोगियों के संख्या घटने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। इस जिले में 83 लोगों के एचआईवी की वजह से मृत्यु भी हो गई है,जबकि वर्ष 2023 में अब तक 423 एचआईवी संक्रमित रोगी पाए गए हैं,जो पिछले वर्षों के मुकाबले कुछ काम जरूर हैं। विभागीय आंकड़ों का जायजा लिया जाए तो वर्ष 2018 में संक्रमितों की संख्या करीब 1172 थी,वह अब बढ़कर लगभग 3200 हो गई है,जो विगत 5 सालों का आंकड़ा दर्शा रहा है।वर्ष 2023 में 83 संक्रमितों को की मौत हो भी चुकी है,जबकि 155 गर्भवती का सुरक्षित प्रसव कराया गया है।इस साल अब तक 23 एचआईवी एड्स एवं टीवी दोनों से ग्रसित मरीजों को पहचान की गई है। इस वर्ष अब तक 423 मामले सामने आए हैं।एड्स मुक्त जिला बनाने के लिए संभावित कोशिश की जा रही है,इसके साथ जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है,साथ ही साथ जांच और इलाज भी किया जा रहा है। बेतिया गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इसके लिए एआरटी सेंटर काम कर रहा है, जिन लोगों में एचआईवी से ग्रसित हैं,उनका इलाज सूक्ष्म दृष्टि से की जा रही है।इस संबंध में एसीएमओ,बेतिया डॉक्टर रमेश चंद्र ने संवाददाता को बताया कि एचआईवी एड्स से बचाव के लिए सरकार एवं विभाग द्वारा विभिन्न स्तर पर कार्य किया जा रहा है। दवा से लेकर इलाज तक के इंतजाम किए गए हैं,इसकी रोकथाम के लिए जन जागरूकता अभियान भी चलाई जा रही है।