नेताजी मुलायमसिंह को भारत रत्न देने की मांग की।
हफ़ीज अहमद खान
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश।
साधारण किसान परिवार में जन्म लेने वाले मुलायम सिंह यादव परिवार के पांच भाई बहनों में दूसरे नम्बर पर थे!प्रदेश सचिव पिछड़ा प्रकोष्ठ सुनील यादव ने बताया कि राजनीति में आने से पूर्व शिक्षक रहे नेताजी को कुश्ती का शौक था अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत विधायक के रूप में करने वाले मुलायम सिंह उत्तर प्रदेश जैसे बड़े सूबे के तीन बार मुख्यमंत्री व केन्द्र में एक बार रक्षामंत्री बने. सोशलिस्ट पार्टी, लोकदल, जनता दल में कार्य करने के पश्चात समान विचारधारा वाले नेताओं के साथ 4 अक्टूबर 1992 को समाजवादी पार्टी की स्थापना की.नेता जी पिछड़ों के मसीहा थे।विधानसभा के लिए आठ बार और लोकसभा में पांच बार चुने गये मुलायम सिंह यादव राजनीति के माहिर खिलाड़ी माने जाते थे. सियासी समझ की बदौलत उन्होंने प्रदेश से लेकर केन्द्र तक अपनी पैठ मजबूत की. पारिवारिक संबंधों के साथ राजनीति को मजबूत बनाने के लिए उन्होंने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रहे लालू प्रसाद यादव से भी संबंध बनाये. परिवार को राजनीतिक रूप से मजबूत बनाने वाले नेताजी की एक समय में तूती बोलती थी! उनके सामने किसी भी दल ने उनके सामने कभी मजबूत प्रत्याशी नहीं उतारा अपने संबंधों को जीने में माहिर मुलायम सिंह के बारे में बहुत सी अनगढ़ कहानियां है. वह अद्वितीय प्रतिभा के धनी थे उनके व्यक्तिव जैसा कोई दूसरा व्यक्ति नहीं हुआ,नेता जी हम सब के लिए भगवान है। नेता जी श्रद्धेय मुलायम सिंह को हम सब भारत रत्न देने की मांग करते है। जयंती कार्यक्रम में मुख्यता रमेश यादव, एस एन गहरवार,महेंद्र बड़े ठाकुर, संतोष राज भारती, विजय यादव, धीरेंद्र सिंह, अनवर यादव, सुलेखा यादव, पूजा यादव, दीप्ति सिंह, श्याम सिंह,आकाश यादव आदि समाजवादी साथी मौजूद रहे।